सरयू नदी का कहर क्षेत्र में लगातार जारी, कयी गांवों को नहीं मिली बाढ़ राहत सामग्री

रविवार की सुबह नदी का जलस्तर 58.38 था जो चौबीस घण्टे के भीतर 20 सेमी घटाव के साथ सोमवार की सुबह 58.18 मीटर पर बह रही है. इसके बाढ़ पीड़ितों की परेशानियां कम नहीं हुई है. क्षेत्र के देवपुर,नवका गांव,धूपनाथ का डेरा, वैद्यनाथ का डेरा आदि गांवों में बाढ़ से अभी भी जलमग्न है. बाढ़ से घिरे गांवों के रहवासियों को घोर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. नदी सरयू के लगातार बढ़ाव की वजह से इस क्षेत्र के विभिन्न गांव अभी भी जलमग्न है.

बाढ़ के पानी के दबाव से टूटा रिंग बंधा

बंधा टूटने की सूचना मिलते ही मौके पर विधायक प्रतिनिधि विश्राम सिंह पहुंच गए तथा खुद बोरी आदि डालने लगे। रिंग बांध टूटने की सूचना जंगल में लगी आग की तरह फैल गई।

सब्जी की खेती पर बाढ़ ने फेरा पानी , किसानों को पंजाब से लानी पड़ रही है परवल की लत्ती

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बाढ़ से भारी तबाही, टीएस बंधा से रामपुर नंबरी गांव जाने वाला मार्ग टूटा

पिछले कई दिनों से सरयू नदी का पानी खतरे के निशान काफी नीचे था. बुधवार से अचानक पानी का बढ़ाव शुरू हो गया. देखते ही देखते शुक्रवार तक सरयू का पानी रामपुर नंबरी,रेगहा,सुअरहा, चितविसांव पुरानी बस्ती,कोलकला बिन्द बस्ती आदि गांवों को पूरा चपेट में ले लिया.

बांसडीह: सहजानंद बाबा के स्थान सहित विशाल पेड़ सरयू नदी में हुआ समाहित

सन् 1972 में सहजानंद बाबा बांसडीह तहसील के चांदपुर पुरानी बस्ती के पास सरयू किनारे पहुंच गए. यहीं जमावड़ा हो गया. उसके बाद उनके ब्रह्मलीन होने पर वो जलसमाधिस्त हुए. बुधवार को सरयू की कटान ने बाबा के स्थल को काटते हुए अपने जद में ले लिया.

बाढ़ पीड़ितों का हाल चाल जानने दूबे छपरा पहुंचे राज्यसभा सांसद नीरज शेखर को पीड़ितों ने अपनी समस्याएं बताई

बाढ़ पीड़ितों ने सांसद से का ध्यान अपेक्षित करते हुये कहा कि नेताजी गांव से बाढ़ का पानी तो निकल गया है लेकिन गांव के इर्द गिर्द हुये जलजमाव के कारण सड़न होने से दुर्गंध व अन्य बीमारियों का खतरा उत्पन्न हो गया है. स्वास्थ्य विभाग इससे बचाव निजात पाने के लिये गांव में कहीं पर भी छिड़काव नहीं किया गया. ग्रामीणों में विषैले जीव जंतुओं का डर बना हुआ है.

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में इनरव्हील क्लब ने जरूरतमंद लोगों के बीच बिस्किट नमकीन मोमबत्ती बांटा

इनरव्हील क्लब बलिया के बैनर तले क्लब के सदस्यों ने दूबे छपरा ,सुघर छपरा, हल्दी,चट्टी पर बाढ़ पीड़ितों के बीच सदस्यों ने सत्तु,चीनी, विस्कुट‌,टाफी ,केला, साबुन, माचिस, आदि सामान का वितरण अलग-अलग स्थानों पर जरुरत मदों के बीच किया. साथ ही साफ-सफाई से रहने एवं कोरोनावायरस से ‌बचाव हेतु टिप्स भी बताया.

बाढ़ पीड़ितों के साथ राजनीति, सड़क के किनारे रहने को मजबूर

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गंगा में अचानक आयी बाढ़ के कहर से नौरंगा के ग्रामवासियों में मची अफरा तफरी

मंगलवार के दिन किसान अपनी ट्रैक्टर को सुरक्षित ठिकाने पर ले जाते समय सड़क में हुए कटान में बह जाने से ट्रैक्टर पानी में पलटकर बहने लगा.

गंगा के सीमावर्ती क्षेत्रों में लगातार बढ़ रहा बाढ़ का पानी, पीड़ितों को राहत सामग्री का किया वितरण

सरकार की मंशा के अनुरूप और जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल के निर्देश के क्रम में अपर जिला अधिकारी राजेश सिंह ने दुबे छपरा में बाढ़ क्षेत्र का दौरा किया और बाढ़ शिविरों में रह रहे बाढ़ पीड़ितों को बाढ़ राहत सामग्री प्रदान की.

बैरिया क्षेत्र में गंगा नदी हुई खतरा बिंदु से 51 सेमी ऊपर, गोपालपुर गांव में घुसने लगा बाढ़ का पानी, मची अफरा-तफरी

बताते चलें कि शनिवार को अहले सुबह से गोपालपुर गांव में गंगा नदी के बाढ़ का पानी परमहंस कुम्हार के घर के पास से घुसने लगा है. गांव में अफरा-तफरी का माहौल है. गोपालपुर गांव के निचले हिस्से में पानी फैलने लगा है ऐसे में निचले हिस्से के दहारी राम भिखारी राम दशरथ राम मोहन राम तेजू राम नवमी राम आदि लोग अपने परिवार पशु और सामान के साथ दुबे छपरा एनएच 31 के किनारे सुरक्षित स्थानों पर जाने लगे हैं.