राय ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि धर्म आस्था का विषय है, न कि राजनीति का.युवाओं को रोजगार और किसानों को अनाज का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है.
प्रवचनकर्ता ने कहा कि राजा दशरथ की भी मृत्यु अपने पुत्र भगवान राम के वियोग में तड़प- तड़प कर ही हुई. भगवान अपने पिता को कर्म फल से छुड़ाने में असमर्थ रहे.