स्वाभिमान व सम्मान की रक्षा के लिए भारतीय जवानों ने करो या मरो का सिद्धान्त अपना लिया था. उन्होंने पाकिस्तानी सेना को अपनी सीमा से बाहर करके फिर से तिरंगा झंडा लहराया. भारतीय सेना अपने देश के लिए सदैव तैयार रहती है, चाहे कोई भी स्थिति हो, आतंकवाद से लड़ने, प्राकृतिक आपदाओं में राहत पहुंचाने तक में उसकी भूमिक स्तुत्य है.