जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय में संविधान की उपादेयता पर विशिष्ट व्याख्यान

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बलिया. जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर कल्पलता पाण्डेय के निर्देशन में भोजपुरी भवन के शैक्षणिक परिसर में राजनीति विज्ञान के विशेषज्ञ डॉ. गोपाल कृष्ण परिहार, सहायक आचार्य, राजनीति विज्ञान विभाग, दयालबाग शिक्षण संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय), आगरा का विशिष्ट व्याख्यान बुधवार को आयोजित हुआ. जिसमें सभी विभागों के सम्मानित प्राध्यापक तथा छात्रों ने अपनी सक्रिय सहभागिता दर्ज की.

डॉ. गोपाल कृष्ण परिहार ने वर्तमान परिस्थिति में ‘संविधान की उपादेयता’ पर आधारित अपना विशिष्ट व्याख्यान दिया. उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्रतिभागियों को संविधान की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, निर्माण समितियों, संविधान की संरचना, मौलिक अधिकार-नीति निर्देशक तत्व-कानूनी अधिकार की संकल्पना व इनके मध्य विभेद से सभी को अवगत कराया. डॉ. परिहार ने संविधान संशोधन प्रक्रिया, न्यायपालिका व कार्यपालिका की भूमिका, इत्यादि के विषय में भी सभी के साथ जानकारी साझा की.

 

कार्यक्रम की अध्यक्षता निदेशक शैक्षणिक डॉ. पुष्पा मिश्रा ने किया। स्वागत भाषण समाजशास्त्र विभाग से एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. प्रियंका सिंह ने किया. कार्यक्रम में डॉ. अपराजिता उपाध्याय, डॉ. राघवेन्द्र पाण्डेय, नेहा विशेन, डॉ. खुशबू दुबे, रंजीत कुमार पांडेय, अतुल कुमार, श्री विनय कुमार, डॉ. शैलेन्द्र कुमार सिंह, डॉ. प्रमोद शंकर पाण्डेय, डॉ. अरविंद कुमार, डॉ. अमित कुमार सिंह, डॉ. शकुंतला श्रीवास्तव, अन्याश सिंह, डॉ. लाल विजय सिंह, ऋतम्भरा, नलिनी सिंह, डॉ. तृप्ति तिवारी, वंदना सिंह यादव आदि सहायक प्राध्यापक उपस्थित रहे. इस दौरान वैभव, हरीश, हर्ष, प्रदीप आदि छात्रों ने संविधान से संबंधित कई प्रश्न पूछे. जिनका समुचित प्रति उत्तर डॉ. परिहार ने दिया. कार्यक्रम का संचालन समाज कार्य विभाग की असिस्टेंट प्रोफ़ेसर नीति कुशवाहा ने किया. धन्यवाद ज्ञापन राजनीति विज्ञान के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. मिथिलेश सिंह ने किया.

 

(बलिया से केके पाठक की रिपोर्ट)