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सिकंदरपुर, बलिया क्षेत्र के ग्राम सभा सिसोटर के दर्जनों ग्राहक मंगलवार को उस समय उग्र हो गए. जब घण्टों इंतजार के बाद बड़ौदा यूपी बैंक के कर्मचारियों ने वापस जाने का फरमान सुनाया. इतना सुनते ही बैंक उपभोक्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने उसके बाद हंगामा शुरू कर दिया.
लोगों का आरोप था कि जब से पूर्वांचल बैंक को बैंक ऑफ बड़ौदा में मर्ज किया गया है तब से उपभोक्ताओं को कोई सुविधा नहीं मिल रही है. पिछले एक पखवारे से ग्राहक बैंक से बैरंग लौटने को मजबूर हो रहे हैं. रोज दर्जनों उपभोक्ता पास बुक लेकर इधर उधर भटक रहे हैं. वहीं जमा और निकासी बाधित होने से सैकड़ो खाताधारक वृद्धा, विधवा व विकलांग पेंशन की धनराशि आहरित नहीं कर पा रहे. जबकि बहुतेरे किसानों की पीएम किसान सम्मान निधि अभी तक अटकी पड़ी है.
किसानों को गेहूं की फसल में उर्वरक का छिड़काव करने हेतु पैसे की जरूरत है. लेकिन बैंक की कार्य प्रणाली इसमें रोड़ा बन रही है. इसके अलावा ई-श्रम का पैसा भी लटका पड़ा है. क्षेत्र पंचायत सदस्य नीरज कुमार राय ने बताया कि बैंक कर्मचारी ग्राहकों के साथ आये दिन दुर्व्यवहार कर रहे हैं और उन्हें बैंक से लौटा दिया जा रहा है. विरोध करने वालों में नथुनी यादव, बिरेन्द्र यादव, देवनाथ राजभर, राहुल राय, छट्ठू राजभर, उमरावती देवी, मीरा देवी, कौशल्या देवी, रीना, किरण, शान्ती, हरिन्द्र, रामकिशोर राजभर आदि शामिल रहे. उधर शाखा प्रबंधक शिव कुमार केशरी ने दुर्व्यवहार को गलत बताया. कहा कि बैंक मर्ज होने से आईएफएससी कोड (इंडियन फाइनेंशियल सिस्टम कोड) बदल गया है. इस वजह से भुगतान में विलम्ब हो रहा है। जल्द ही समस्या का समाधान कर दिया जाएगा.
(सिकंदरपुर संवाददाता संतोष शर्मा की रिपोर्ट)