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- गलन भरी पछुआ से जनजीवन अस्त व्यस्त
- कंप कपाती ठंड में अलाव की कोई व्यवस्था नहीं
बैरिया,बलिया. गलन भरी ठंड का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. ठंड से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त नजर आ रहा है. इसके चलते बच्चे, बूढ़े, बीमार लोगों की मुश्किलें काफी बढ़ गई हैं. इससे कंपकपाती ठंड में भी अलाव की कोई उचित व्यवस्था देखने को नहीं मिल रही है. कुछ जगहों पर लोग निजी तौर पर कचरा व लकड़ियां चुन-चुन कर किसी तरह अलाव जला रहे हैं, जिससे उस जगह लोगों को ठंड से आंशिक राहत मिल रही है.
सुबह से ही घना कोहरा होने की वजह से लोगों को सामने कुछ भी नजर नहीं आ रहा था ना ही कुछ दिखाई दे रहा था जिससे जरूरी कार्य बस ही लोगों को अपने घरों से बाहर निकलते देखा गया.
मंगलवार को दिन में कुछ देर के लिए धूप निकली, लेकिन बुधवार को थोड़ा भी नहीं. ठंड से विशेष राहत मिलती नजर नहीं आ रही.
वहीं अलाव की उचित व्यवस्था न होने के कारण गर्म ऊनी कपड़ों में भी लोग ठंड से कंपकपाते नजर आ रहे हैं.
अचानक बढ़ी इस ठंड से गरीबों को बचाने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने की व्यवस्था देखने को नहीं मिल रही है. ऐसे में जिला बाजार, तहसील सहित स्टेशन आने वाले लोगो को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. लोग ठंड से बचने के लिए आसपास का कूड़ा-करकट एकत्र कर जलाते देखे जा रहे हैं जबकि आने वाले समय में मौसम विभाग द्वारा उत्तर प्रदेश के काफी बड़े इलाकों में बारिश और कुछ इलाकों में ओले गिरने की संभावना भी जताई गई है.
इसके बावजूद भी शासन, प्रशासन, नगर पंचायत तथा स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा गरीबों, असहयों, मजबूरों, राहगीरों व आम जनजीवन के लिए सर्द भरी कंपकपाती ठंड से बचाव के लिए कोई उचित व्यवस्था नजर नहीं आ रही है. क्षेत्रीय विधायक द्वारा अपने आवास पर पहुंचने वाले लोगों को अपने स्तर से कंबल वितरण किया है.
(बैरिया से शशि सिंह की रिपोर्ट)