हिंदु युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने पूर्व विधायक के पुतला फूंका

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नगरा, बलिया. भाजपा प्रदेश कार्य समिति के सदस्य एवं पूर्व विधायक रामइकबाल सिंह द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति की गयी टिप्पणी से आक्रोशित हिंदु युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को बाजार में पूर्व विधायक के पुतले को दहन किया. इसके पूर्व हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता पूर्व विधायक का पुतला लेकर पूरे बाजार का भ्रमण किया व उनके विरुद्ध नारे बाजी की.

 

कार्यकर्ताओं ने कहा कि भाजपा में ही रह कर पूर्व विधायक ने प्रदेश के मुख्यमंत्री के प्रति टिप्पणी किया है वह पूर्व विधायक के हताशा का प्रतीक है. वह अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं. उन्हें महसूस हो गया है कि अब भाजपा में कोई स्थान नही रह गया है, इसीलिए बार बार अपने ही सरकार के विरुद्ध बयानबाजी कर रहें हैं. कार्यकर्ताओं ने चेताया कि भाजपा पूर्व विधायक पर कार्यवाई करे अन्यथा हिंदु युवा वाहिनी पूरे जनपद में बडा आंदोलन शुरु करेगी.

इस मौंके पर हियुवा के जिला मंत्री राजीव कुमार सिंह चंदेल,रजनीश सिंह, युवराज सिंह टाइगर, अमित गिरी, रोहित शर्मा, राजू रेडियो, सुनील यादव, निशांत सिंह , अभिषेक यादव आदि मौजूद रहे. बता दे कि पूर्व विधायक सिंह ने अपने पिता की पुण्यतिथि पर पैतृक गांव मुडेरा में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में योगी और नीतीश कुमार की तुलना करते हुए कहा था कि योगी साधू होकर शराब बेंचता है जबकि नितिश गृहस्थ होकर भी शराब बिक्री पर प्रतिबंध लगाया है। इस बयान का वीडियो तेजी से सोशल मिडिया में वायरल हो गया. इसके बाद हिंदु युवा वाहिनी के लोग विधायक पर कार्यवाई की मांग करने लगें है.

(नगरा से संवाददाता संतोष द्विवेदी की रिपोर्ट)

पूर्व विधायक के बयान पर भाजपा समेत हिन्दू संगठनों में आक्रोश

रसड़ा. श्री नाथ मठ पर पूर्व विधायक रामइकबाल सिंह के लिये बुद्धि सुधि हवन किया गया. पूर्व विधायक के बयान पर भाजपा समेत हिन्दू संगठनों में गहरा आक्रोश व्याप्त है. महन्थ कौशलेन्द्र गिरी ने कहा कि लगातार हार से हताश होकर चिलकहर के पूर्व विधायक रामइकबाल सिंह अनाप शनाप बयान दे रहे है. जिस दल व पार्टी ने आज उन्हें जिस मुकाम पर पहुंचाने का काम किया. आज उसी पार्टी के शीर्ष नेताओं को बदनाम किया जा रहा है. ऐसे बयान की जितनी भी निन्दा की जाए शायद कम ही होगी उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह योगी आदित्य नाथ जी के ऊपर अशोभनीय शब्दों का प्रयोग करना उनकी ओछी मानसिकता को प्रदर्शित करता है. सत् समाज के ऊपर इस तरह का बयान अशोभनीय है. संत कभी भी संत ही रहेगा. ऐसे अधर्मी को यह समाज कभी माफ नहीं करेगा. उन्होने कहा कि राम इकबाल सिंह लगातार चुनाव हारने से हताश हो चुके हैं और सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए आतुर है. वे जिस डाल पर बैठे हैं उसी को काट रहे हैं. पूर्व बिधायक के बुद्धि सुध्धि के हवन किया गया. कहा कि उसके पूर्व में भी विधायक उमाशंकर सिंह ने अखिलेश की सह पर रोट पूजन को लगे मंच को उखड़वाने का काम किया था. अब संत समाज को ललकारने की कोशिश की जा रही है. भाजपा नेता संजय जयसवाल ने मानसिक संतुलन खो चुके पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह को पार्टी से निष्कासित करने की मांग किया. चुनौती दिया की योगी मोदी से ऊपर समझते है पूर्व विधायक जी तो निर्दल ही चुनाव लड़ के दिखाये.

 

(रसड़ा से संवाददाता संतोष सिंह की रिपोर्ट)