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वाराणसी. काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी के विज्ञान संस्थान के भूगोल विभाग में राष्ट्रीय भारतीय भूगोल परिषद (नेशनल एसोशिएशन आँफ ज्योग्राफर्स इण्डिया- नागी) का 43वाँ भारतीय भूगोल अधिवेशन आयोजित हुआ, जिसमें बलिया जनपद से अमरनाथ मिश्र पी०जी० कालेज दूबेछपरा, बलिया के पूर्व प्राचार्य एवंअध्यक्ष,भूगोल विभाग तथा सम्प्रति जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय बलिया के शैक्षणिक निदेशक डा० गणेश कुमार पाठक ने अपनी सहभागिता निभाई।
भारतीय भूगोल परिषद के इस अधिवेशन में डा० पाठक ने सह अध्यक्ष के रूप में एक तकनीकी सत्र का संचालन भी किया तथा “भारतीय परम्परा में पर्यावरण संरक्षण की संकल्पना”विषय पर अपना सारगर्भित शोध पत्र भी प्रस्तुत किया।
भारतीय भूगोल परिषद के इस अधिवेशन में नई कार्यकारिणी का भी गठन हुआ,जिसमें डा० गणेश कुमार पाठक को सेन्ट्रल जोन से कार्यकारिणी का सदस्य चुना गया। इसके साथ ही बलिया के ही निवासी एवं बी० एच० यू० के भूगोल विभाग के प्रोफेसर डाँ० विनय राय को कार्यकारिणी का उपाध्यक्ष चुना गया। भारतीय भूगोल परिषद द्वारा भूगोल रत्न एवं भूगोल वाचस्पति उपाधि भी प्रदान की जाती है। इस वर्ष भूगोल रत्न उपाधि से जयपुर के प्रोफेसर डाँ० एच० एस०शर्मा को एवं भूगोल वाचस्पति उपाधि से अलीगढ़ विश्वविद्यालय के प्रो० आभालक्ष्मी सिंह को सम्मानित किया गया। उल्लेखनीय है कि प्रो० आभालक्ष्मी सिंह के पति मूलतः बलिया के ही निवासी हैं।