बांसडीह में कुड़िया घाट डूबी दो लड़कियों के शव मिले, बुधवार को नहाने के दौरान डूबी थीं

This item is sponsored by Maa Gayatri Enterprises, Bairia : 99350 81969, 9918514777

यहां विज्ञापन देने के लिए फॉर्म भर कर SUBMIT करें. हम आप से संपर्क कर लेंगे.

बांसडीह,बलिया. बांसडीह क्षेत्र में कुड़िया घाट पर बुधवार की शाम हुई दुखद घटना से क्षेत्र में शोक है. बुधवार की शाम को सरयू नदी के किनारे  कुड़िया घाट पर जिउतिया पर्व के स्नान के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटे थे. बांसडीह तहसील अंतर्गत खरौनी गांव के फिरंगी टोला की सैकड़ों महिलाएं भी बुधवार की शाम को व्रत के दौरान सरयू नदी के छाड़नमें नहाने गईं थीं.

 

इनमें से पांच लड़कियां गहरे पानी में चलीं गईं और डूबने लगीं. उन्हें डूबते देख वहां स्नान करने गई महिलाओं ने रोना- चिल्लाना शुरू कर दिया. शोर सुनकर पास के गांव के ग्रामीणों ने छाड़न में घुस कर तीन लड़कियों को बचा लिया लेकिन दो लड़कियों रीना और गोल्डी का उस वक्त कोई पता नहीं चला.

सूचना मिलते ही मौके पर उपजिलाधिकारी बाँसडीह दुष्यंत कुमार मौर्य,पुलिस क्षेत्राधिकारी प्रीति त्रिपाठी,तहसीलदार प्रवीण कुमार सिंह, प्रभारी निरीक्षक श्रीधर पांडेय  आदि लोग मौके पर पहुचे और डूबी दोनों लड़कियों की तलाश में एनडीआरएफ टीम के सहयोग से खोजबीन शुरू हुई लेकिन रात्रि हो जाने से शव नहीं ढूढ़े जा सके.

गुरुवार की सुबह फिर से डूबी लड़कियों की तलाश शुरू हुई. रीना पुत्री रामदेव (उम्र 15 वर्ष) व गोल्डी पुत्री रामजी उम्र (14 वर्ष) के शव खोजबीन के बाद मिल गए जिन्हें एनडीआरफ की टीम ने निकाल लिया. दोनो शवो का पुलिस ने पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिये जिला अस्पताल भेज दिया. मौके और SDM बांसडीह दुष्यंत कुमार मौर्य, CO प्रीति त्रिपाठी, तहसीलदार प्रवीण सिंह सहित इंस्पेक्टर बांसडीह श्रीधर पांडेय भी मौजूद रहे.

सूचना मिलते ही ग्राम प्रधान आलोक कुमार सिंह बबलू, सीटू सिंह, पूर्व विधायक शिवशंकर चौहान,सपा विधानसभा अध्यक्ष हरेन्द्र सिंह, सुभम सिंह आदि मौके पर पहुँच कर पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया.

मृतक रीना पुत्री रामदेव के घर की स्थिति ठीक नही है. माँ  गीता देवी गूँगी और बहरी है. वह किसी तरह से अपना दुख बयान कर पा रही थीं. पिता मजदूरी करते हैं. रीना  छोटी उम्र में ही घर के सारा काम करती थी और सात बहनों में सबसे बड़ी थी.

वहीं गोल्डी पुत्री रामजी की माता इंदु देवी घर गृहस्थी करती हैं. वह अपने घर की  तीन बहनो में छोटी थी. एक भाई राज यादव  विकलांग है. घर की माली हालत अच्छी नहीं है.

(बांसडीह से रविशंकर पांडेय की रिपोर्ट)