यहां विज्ञापन देने के लिए फॉर्म भर कर SUBMIT करें. हम आप से संपर्क कर लेंगे.
वाराणसी. दुष्कर्म के आरोपी घोसी लोकसभा क्षेत्र से बसपा सांसद अतुल राय के खिलाफ केस दर्ज कराने वाली युवती व उसके गवाह के आत्मदाह प्रकरण में डीएसपी अमरेश सिंह बघेल को वाराणसी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
बघेल को वाराणसी से लखनऊ जाते समय बुधवार रात बाराबंकी में स्थित टोल प्लाजा से गिरफ्तार किया गया. रात करीब साढ़े दस बजे वाराणसी पुलिस ने टोल प्लाजा पर रुकते ही अमरेश सिंह बघेल को घेर लिया. इसके बाद गिरफ्तार कर उन्हें अपनी जीप में बैठाकर वाराणसी ले गई.
निलंबित डीएसपी अमरेश सिंह बघेल के विरुद्ध थाना लंका पर आत्महत्या के दुष्प्रेरण सहित कई गंभीर धाराओं में FIR दर्ज की गई है. उन पर भेलूपुर सीओ रहते अतुल राय की मदद करने का आरोप है.
बताते चलें कि बसपा सांसद अतुल राय के खिलाफ बलिया की मूल निवासी युवती ने 1 मई 2019 को वाराणसी के लंका थाने में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था. अतुल राय 22 जून 2019 से जेल में बंद है. 30 जून 2019 को अतुल के खिलाफ अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया गया था. फिलहाल प्रकरण प्रयागराज एमपी-एमएलए कोर्ट में विचाराधीन है.
मामले में सांसद अतुल राय के पिता भारत सिंह ने एसएसपी वाराणसी को एक प्रार्थना पत्र देकर कहा था कि अतुल राय के विरुद्ध साजिश के तहत एक झूठी एफआईआर दर्ज कराई गई है. इसकी जांच कराई जाए. इस प्रार्थना पत्र पर तत्कालीन सीओ भेलूपुर अमरेश सिंह बघेल को जांच करने का आदेश जारी हुआ. 8 अगस्त 2020 को उन्होंने अपनी जांच पूरी कर रिपोर्ट वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वाराणसी को दी थी. अतुल राय के पिता भारत सिंह ने सीओ भेलूपुर के द्वारा की गई जांच रिपोर्ट को सूचना के अधिकार के कानून के तहत मांगा.
इस पर यह रिपोर्ट उन्हें 21 अगस्त 2020 को मिल गई. अतुल राय की ओर से इसी रिपोर्ट को एक प्रार्थना पत्र के साथ अदालत में देकर मांग की गई थी कि सीओ अमरेश कुमार सिंह बघेल को बतौर बचाव पक्ष के गवाह तलब कर उनका बयान दर्ज किया जाए. इस पर दो दिन पहले ही बचाव पक्ष के गवाह के तौर पर बघेल ने बयान दर्ज कराया था.
अमरेश सिंह बघेल बाराबंकी जिले के जैदपुर थाने में एक साल से ज्यादा समय तक प्रभारी निरीक्षक के रूप में तैनात रह चुके हैं और उसी थाना क्षेत्र से उन्हें गिरफ्तार किया गया है. अमरेश सिंह बघेल लंबे समय तक बाराबंकी जिले क्राइम ब्रांच प्रभारी भी रह चुके हैं. इस प्रकरण पूर्व आइपीएस अमिताभ ठाकुर को भी लखनऊ में गिरफ्तार किया गया था.
बताते चलें कि पिछले महीने 16 अगस्त की सुबह इसी मामले में रेप पीड़िता ने इस केस के चश्मदीद सत्यम प्रकाश राय के साथ सुप्रीम कोर्ट के सामने ज्वलनशील पदार्थ छिड़क कर आत्मदाह कर लिया था. दोनों को गंभीर हालत में दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां नौ दिनों के बाद दोनों की मौत हो गई थी. आत्मदाह से पहले पीड़ित ने एक वीडियो भी जारी किया था जिसमें अधिकारियों पर प्रताड़ना के आरोप लगाए थे. आत्मदाह की घटना के बाद यूपी सरकार ने पूरे मामले की जांच डीजी और एडीजी को सौंपी थी.