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दुबहर, बलिया. गंगा नदी में बाढ़ का पानी लगातार बढ़ने से लोगों की मुश्किलें दिनों दिन बढ़ती जा रही हैं. हालत यह है कि दुबहर थाने में पानी घुसने के चलते वहां का स्टाफ राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पर सड़क के किनारे टेंट लगाकर आवश्यक कागजात एवम हथियार एवम अन्य उपकरणों के साथ गुजर बसर करने को मजबूर हैं.
कई घरों में पानी घुसने और जलस्तर के दिनों-दिन बढ़ने से वह लोग भी राष्ट्रीय राजमार्ग पर ही शरण लिए हुए हैं . रामसिंह हासन किसान इंटर कॉलेज दुबहर परिसर में भी बाढ़ का पानी लबालब भर गया है.जबकि गंगा नदी में आई बाढ़ अभी कम होने का नाम नहीं ले रही है जिसके चलते क्षेत्र के दर्जनों गांव पूरी तरह प्रभावित हैं .
स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं पूर्व जनप्रतिनिधि द्वारा बाढ़ पीड़ितों की सुध लेने के बाद बाढ़ पीड़ितों में राहत सामग्री बांटी जा रही है. उनके रहने के लिए त्रिपाल और पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था का नितांत होना आवश्यक है. जिला प्रशासन द्वारा किसानों को भूसा उपलब्ध कराया गया है लेकिन वह काफी कम है .
छत से बाढ़ के पानी में गिरी महिला बही
दुबहर क्षेत्र के बिशुनपुरा गांव में शुक्रवार की शाम एक महिला छत से गिरकर बाढ़ के पानी में डूब गई. स्थानीय लोगों द्वारा काफी खोजबीन के बाद उसका पता नहीं चला.
जानकारी के मुताबिक ओझवलिया निवासी संजय दुबे की 22 वर्षीया पुत्री अनु दुबे निवासी विशुनपुरा अपने रिश्तेदार भुवनेश्वर उपाध्याय के यहां रहती थी. उसकी शादी शहर के जापलिनगंज में हुई थी. ससुराल में विवाद के कारण पिछले कई वर्षों से मायके में रहती थी.
मायके में भी पट्टीदारों से विवाद के कारण अपने रिश्तेदार भुवनेश्वर उपाध्याय के यहां विशुनपुरा रहती थी . शुक्रवार की शाम वह छत पर खड़ी थी, तभी उसका संतुलन बिगड़ जाने के कारण वह नीचे गड्ढे में आई बाढ़ के पानी में गिर गई. काफी खोजबीन के बाद भी उसका पता नहीं चला.
सूचना पाकर मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष अनिल चंद तिवारी मय हमराही सहित मौके पर पहुंचे. एसआई हरिशंकर मिश्र एवं आरक्षी वीरेंद्र नाथ द्विवेदी ने बताया कि एनडीआरएफ को सूचना दी गई है. देर शाम टीम के आने के बाद शव की खोजबीन शुरू की गई.
(दुबहर से कृष्णकांत पाठक की रिपोर्ट)