एसडीएम बदले तो कटान से बेघर लोगों की समस्या लेकर मिलने गए इंटक नेता

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बैरिया, बलिया. इंटक के जिलाध्यक्ष विनोद सिंह बुधवार को उप जिलाधिकारी बैरिया से मिलकर गंगा व घाघरा नदी की बाढ़ व कटान से बेघर हुए पीड़ितों की समस्याओं को अवगत कराते हुए उन्हें कहीं जमीन देख कर फिर से बसाने के संदर्भ में पत्रक दिया।


इंटक नेता ने एसडीएम को बताया कि वर्ष 2013-14 में घाघरा के कटान में सैकड़ों परिवार बेघर हो गए थे। जिसमें तत्कालिक समय में राजस्व विभाग द्वारा 152 लोगों को चिन्हित किया गया था। सितंबर 2017 में उन्हें आवासीय पट्टा भी दे दिया गया। आपत्ति आने पर उसमें से कुल 91 लोगों को पुनर्वास के लिए पात्र पाए गया।


काफी जद्दोजहद के बाद उनमें से 16 लोगों को बसाया जा चुका है लेकिन शेष 75 लोग अभी भी जगह-जगह बंजारों की तरह जीवन व्यतीत कर रहे हैं। इसके अलावा वर्ष 2016 में गंगा से के कटान से केहरपुर में 149 तथा गोपालपुर में 103 लोग तथा बहुआरा गांव में 30 लोग बेघर हो गए। यह कटान पीड़ित एनएच31 के किनारे तथा इधर-उधर तिरपाल, झोपड़ी बना कर रहे हैं।


विनोद सिंह ने कहा कि कई बार पत्रक, निवेदन, धरना, प्रदर्शन के बाद राजस्व विभाग ने सिर्फ इनकी सूची तैयार की है। जमीन चिन्हित कर इन्हें अभी तक बताया नहीं गया है जबकि 17 सितंबर 2019 में वहां का हाल जानने आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक माह के अंदर जमीन देखकर उन्हें बसाने के लिए मंच से आदेश दिए थे, लेकिन आज तक उसका पालन नहीं हो सका। सारी बातें सुनने के बाद उप जिलाधिकारी अभय सिंह ने कहा कि अभी हम नए नए आए हैं, मुझे भौगोलिक, अभिलेखीय स्थितियों को समझ लेने दीजिए। पीड़ितों को यथाशीघ्र आवासीय पट्टा देकर बसाया जाएगा। जिस को पट्टा दिया गया है, उन लोगों को कब्जा भी दिलाया जाएगा।

बाढ़ कटान को लेकर जल्द पूरी कर ली जाएगी तैयारी: उप जिलाधिकारी बैरिया

 

बैरिया के नवागत उपजिलाधिकारी अभय कुमार सिंह ने कहा कि यहां आने वाले हर फरियादियों की समस्याओं पर गंभीरता बरतने हुए उसका तत्काल निस्तारण किया जाएगा. एसडीएम ने कहा कि अभी मैं शनिवार को यहां का कार्यभार ग्रहण किया हूं. अपने सहयोगियों से यहां की मूल मूल समस्याओं की जो जानकारी प्राप्त हुई, उसके अनुसार मैं बाढ़ व कटान क्षेत्र का राजस्व टीम के साथ दौरा किया. ड्रेजिंग कार्य की प्रगति की जानकारी ली. उन्हें आवश्यक निर्देश दिए गए. वहां के ग्रामीणों से भी बात हुई और उनकी समस्याओं को सुना.

 

खासतौर से बाढ़ आश्रय स्थलों तथा बाढ़ चौकियों को आसन्न बाढ़ आपदा की संभावनाओं के दृष्टिगत पूरी तरह से सतर्क रहने के लिए निर्देशित किया गया तथा समस्त लेखपालों और कानूनगो को तत्परता पूर्वक समय पूर्व तैयारी करने का निर्देश दिया गया है. उप जिलाधिकारी ने कहा की बाढ़ व कटान से बेघर होकर एनएच के किनारे, सड़कों के किनारे या इधर-उधर आश्रय लिए लोगों को जमीन देखकर शीघ्र ही बसाने की व्यवस्था की जाएगी.

(बैरिया से वीरेंद्र मिश्र की रिपोर्ट)