गुरु पूर्णिमा पर जनकल्याण परिषद की बैठक, गुरु का महत्व समझाया गया

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हल्दी.आषाढ़ मास की गुरु पूर्णिमा के पर्व पर बबुआपुर सोनवानी स्थित योगी बाबा के स्थान पर जन कल्याण परिषद बलिया के जिला अध्यक्ष हरिश्चन्द्र उपाध्याय की अध्यक्षता में शनिवार के दिन एक बैठक सम्पन्न हुई.बैठक में सभी सदस्यों व गाँव के युवाओं ने योगी बाबा के स्थान पर पुष्प अर्पित कर प्रणाम किया.

जन कल्याण परिषद के जिला अध्यक्ष हरिश्चन्द्र उपाध्याय ने कहा कि मैं एक शिक्षक रहा हूँ.शिक्षक मतलब गुरु होता है.और हिंदुओं में गुरुओं को सर्वश्रेष्ठ स्थान प्राप्त है. यहां तक कि गुरु को भगवान से भी ऊपर का दर्जा प्राप्त हैं क्योंकि गुरु ही हमें अज्ञानता के अंधेरे से सही मार्ग की ओर ले जाता है.
जिला उपाध्यक्ष आतीश उपाध्याय ने गुरु पूर्णिमा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पूर्णिमा को इतनी श्रेष्ठता प्राप्त है कि इस एकमात्र पूर्णिमा का पालन करने से ही वर्ष भर की पूर्णिमाओं का फल प्राप्त होता है. गुरु पूर्णिमा एक ऐसा पर्व है, जिसमें हम अपने गुरुजनों, महापुरुषों, माता-पिता एवं श्रेष्ठजनों के लिए कृतज्ञता और आभार व्यक्त करते हैं.

ठाकुरदत्त पाण्डेय ने कहा कि महर्षि वेदव्यास का जन्म आषाढ़ पूर्णिमा को लगभग 3000 ई. पूर्व में हुआ था. उनके सम्मान में ही हर वर्ष आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है. कहा जाता है कि इसी दिन व्यास जी ने शिष्यों एवं मुनियों को सर्वप्रथम श्री भागवतपुराण का ज्ञान दिया था.इस मौके पर सत्येंद्र उपाध्याय,सुनील पाण्डेय,शैलेश उपाध्याय “बुचकुन”,अरविंद यादव,अश्वनी उपाध्याय, विक्रमादित्य पाण्डेय,मनु उपाध्याय,विजय कुमार राम,द्वारिका उपाध्याय, मोनू उपाध्याय,डिंकू उपाध्याय सहित कई लोग उपस्थित रहे.