बांसडीह में फूलन देवी की मूर्ति लगाने से पुलिस ने रोका, निषाद समाज ने जताई नाराजगी

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बांसडीह तहसील के हालपुर गांव में शुक्रवार को पूर्व सांसद फूलन देवी की मूर्ति लगाने को लेकर इतना विवाद बढ़ गया कि गांव वाले आक्रोशित हो गए. निषाद विकास पार्टी के जिलाध्यक्ष रमेश साहनी आरोप है कि लखनऊ में सार्वजनिक जगहों पर तमाम तरह की मूर्तियां लगीं हैं और हम निजी जमीन में मूर्ति लगा रहे हैं तो पुलिस द्वारा रोका जा रहा है.

हालपुर गांव में निषाद समाज द्वारा फूलन देवी की मूर्ति लगाई जा रही थी. उसी बीच पुलिस ने मौके पर पहुँचकर मूर्ति लगाने से मना कर दिया. इससे निषाद समाज के आक्रोशित महिला , पुरुष ने सैकड़ों की संख्या में फूलन देवी अमर रहे का नारा लगाते हुए एक स्वर में कहा कि फूलन देवी की मूर्ति यहीं लगेगी, यह हमारा अधिकार है.

 


हरेराम साहनी, जिलाध्यक्ष विकास निषाद पार्टी की माने तो 25 जुलाई को फूलन देवी का शहादत दिवस है जिसके उपलक्ष्य में राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश साहनी ने पटना से 18 मूर्तिया 18 मंडलों में लगाने के लिए भेजा है. इसको सार्वजनिक जगह पर न लगा कर हम निजी जमीन में स्थापित करना चाहते थे. हरेराम ने कहा कि पुलिस बोल रही है कि निजी जमीन में भी मूर्ति नहीं लगा सकते. पुलिस से पूछा गया कि कोई आदेश या नियम हो तो बताइये लेकिन पुलिस ने इसका कोई जवाब नहीं दिया.

बारिश का मौसम है ऐसे में फूलन देवी का मूर्ति को प्लास्टिक में लपेटकर सुरक्षित बांध कर रखा गया है. निषाद विकास पार्टी के जिलाध्यक्ष हरेराम का कहना है कि तमाम सार्वजनिक जगहों पर मूर्तियां स्थापित की गई हैं, उन लोगों के लिए कोई कानून-व्यवस्था का मसला नहीं था. हम अपनी निजी जमीन में मूर्ति स्थापित कर रहे हैं तो रोका जा रहा है. अब आगे राष्ट्रीय अध्यक्ष जैसा कहेंगे वैसा हम लोग करेंगे.
(बांसडीह से रविशंकर पांडेय की रिपोर्ट)