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बांसडीह. मनियर थाना क्षेत्र के बहादुरा एवं कासिमापुर गांव में बंधे के किनारे बने गड्ढे में पानी में उतराया एक 62 वर्षीय बुजुर्ग का शव बुधवार को करीब 10 बजे दिखाई दिया. इसकी सूचना किसी ने मनियर थाने की पुलिस को दी.
मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पानी से बाहर निकलवाया. उसके बाद शव की शिनाख्त सत्येंद्र कुमार सिन्हा उर्फ मूलचंद पुत्र दुर्गा चरण सिन्हा निवासी बालूपुर थाना खेजूरी जनपद बलिया के रूप में हुई.
मृतक के छोटे भाई गजेंद्र कुमार सिन्हा ने बताया कि उनके बड़े भाई मंगलवार की सायं काल घर से बहादुरा चट्टी पर बाजार करने गए थे. रात में वह वापस नहीं आए. सुबह उनकी खोजबीन चल ही रही थी कि सूचना मिली की उनकी मौत पानी में डूबने से हो गई है तथा शव मनियर थाने पर गया है.
मृतक के भाई ने मनियर थाने पर अपने बड़े भाई की पानी में डूबने से हुई मौत की तहरीर दी. पुलिस शव को कब्जे में लेकर अंत्य परीक्षण के लिए भेज दिया. मृतक की पत्नी कुसुम 55 वर्ष एवं इकलौती पुत्री पिपाशा 19 वर्ष का रो-रो कर बुरा हाल है. यह साफ नहीं हो पाया है कि बुजुर्ग पानी में किन हालात में डूबे.
इससे पहले उस वक्त काफी हैरान कर देने वाले हालात बन गए थे जब खेजूरी थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत बालूपुर निवासी सत्येंद्र कुमार सिन्हा का शव घटनास्थल पर ही करीब ढाई घंटे तक सीमा विवाद के चलते पड़ा रहा. मनियर पुलिस का कहना था कि घटना स्थल खेजूरी थाना क्षेत्र के कासमापुर के मूल निवासी रामाशंकर यादव का खेत है, इसलिए घटना स्थल खेजुरी थाना क्षेत्र में पड़ता है. जबकि खेजूरी पुलिस का कहना था कि घटनास्थल मनियर थाना क्षेत्र के बहादुरा मौजे की है इसीलिए यह मामला मनियर थाना क्षेत्र का है. अंत में मनियर पुलिस शव को मनियर थाने लाई और पंचनामा करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पानी में डूबने के कारण मृत्यु होना पाया गया है.
(बांसडीह से रविशंकर पांडेय की रिपोर्ट)