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उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर नामांकन के साथ कुछ नतीजे तय भी हो गए हैं. खुशखबरी भाजपा के लिए आई है. भाजपा के एक दर्जन से ज्यादा प्रत्याशियों का निर्विरोध चुना जाना तय हो गया है. इनके खिलाफ किसी ने भी नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया है, अब सिर्फ औपचारिक तौर पर घोषणा और जीत का प्रमाण पत्र दिया जाना ही बाकी है.
अभी तक ऐसी कुल 17 सीटों का पता चला है जिनमें से 16 पर भाजपा के प्रत्याशी और 1 पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी का निर्विरोध चुना जाना तय है.
यह जिले हैं गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, मुरादाबाद, बुलंदशहर, सहारनपुर, आगरा, अमरोहा, झांसी, भदोही, गोरखपुर, मऊ, गोंडा, चित्रकूट, श्रावस्ती और बलरामपुर, वहीं मेरठ और बांदा से विपक्ष के प्रत्याशियों का पर्चा खारिज होने की खबर है. समाजवादी पार्टी के हाथ इटावा की सीट आई है.
गाजियाबाद से ममता त्यागी, गौतमबुद्ध नगर से अमित चौधरी, मुरादाबाद से डॉ. शेफाली, बुलंदशहर से डॉ. अंतुल तेवतिया, आगरा से मंजू भदौरिया, ललितपुर से कैलाश निरंजन, मऊ से मनोज राय, चित्रकूट से अशोक जाटव, श्रावस्ती से दद्दन मिश्र, गोरखपुर से साधना सिंह, बलरामपुर से आरती तिवारी, झांसी से पवन कुमार गौतम और गोंडा से घनश्याम मिश्र की जीत तय मानी जा रही है.
16 जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में हार तय होने के फौरन बाद सपा अध्यक्ष ने कार्रवाई की है और मुरादाबाद, झांसी, आगरा, गौतमबुद्ध नगर, मऊ, बलरामपुर, श्रावस्ती, भदोही, गोरखपुर, गोंडा और ललितपुर के जिला अध्यक्षों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है.