बलिया में जयप्रभा सेतु के नीचे रेत पर मिले शव

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मांझी,बलिया. गाजीपुर और बक्सर में गंगा नदी में बड़ी संख्या में बहाए गए शव मिलने से सनसनी मची हुई है वहीं अब बलिया में मांझी स्थित जयप्रभा सेतु के नीचे रेत पर शव मिलने से हड़कंप मच गया है. इनमें एक शव सफेद चादर में तो दूसरा नीले रंग की किट में पैक था.

इन शवों को सबसे पहले मंगलवार की सुबह वायरल हो रहे एक वीडियो में देखा गया. बाद में शव देखने पहुंचे लोगों ने बताया कि दो शवों के अलावा रेत पर कफ़न में लिपटा एक नरकंकाल तथा कुछ ही दूरी पर कम गहरे जल में एक अन्य उफनाया शव देखा गया जो कि दो-चार दिन पहले का फेंका हुआ हो सकता है जिसे कुत्ते नोच रहे थे.

यह जगह यूपी और बिहार बॉर्डर की है, इसीलिए यह कोई साफ नहीं कह पा रहा है कि यह शव यहां कहां से लाए गए होंगे. चर्चाएं हैं इन्हें रात के वक्त एंबुलेंस से लाकर फेंका गया हो सकता है. सरयू नदी में पानी का अंदाजा नहीं लगा पाने से जयप्रभा सेतु से इन्हें रेत पर ही फेंक गए. आरोप यह भी लगाया जा रहा है कि लावारिस शवों के दाह संस्कार हेतु मिलने वाली सरकारी राशि को डकारने के उद्देश्य से एम्बुलेन्स चालक और अस्पताल कर्मचारियों की मिलीभगत से शवों को मांझी लाकर नदी में फेंका जा रहा है.

नदी से बरामद शवों को उठाकर पोस्टमार्टम के लिए ले जाने के मामले में भी कई बार सीमा विवाद आड़े आता है. दोनों प्रदेशों के पुलिसकर्मियों के बीच तकरार होती हैं. तकरार की वजह से कई बार तो राजस्व कर्मचारियों को बुलाकर यूपी-बिहार की सीमा का रेखांकन कराना पड़ता है.

शवों के सड़ने और कुत्तों- कौवों के इन्हें खाने से महामारी फैलने की आशंका से स्थानीय लोग बेहद चिंतित हैं. मांझी के चैनपुर निवासी अनिल कुमार यादव ने विधान पार्षद प्रो वीरेंद्र नारायण यादव से मिलकर मांझी तथा ड्यूमाइगढ़ घाट की जेसीबी से सफाई का आग्रह किया है. उधर प्रो यादव ने सारण के डीएम को फोन कर एम्बुलेन्स चालकों द्वारा माँझी में संक्रमित शवों को नदी में फेंके जाने पर आपत्ति जताई है.

गंगा तट पर मिले शवों को अंतिम संस्कार किया गया

इस बीच जिलाधिकारी अदिति सिंह ने बताया कि जनपद बलिया की तहसील सदर के थाना नरही क्षेत्रान्तर्गत बलिया-बक्सर पुल के नीचे गंगा नदी के तट पर दिनांक 10 मई की शाम को कुछ दिन पुराने क्षत-विक्षत कुछ अज्ञात शव देखे गये, जिसकी जांच उपजिलाधिकारी बलिया तथा क्षेत्राधिकारी सदर के द्वारा की गयी। सभी शवों का उचित तरीके से गंगा नदी के तट पर ही पुलिस एवं प्रशासन की उपस्थिति में अन्तिम संस्कार करा दिया गया। उक्त शवों के आने के स्रोत की जांच की जा रही है।

 

(बैरिया से वीरेंद्र मिश्र की रिपोर्ट)