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बांसडीह (बलिया) से रविशंकर पांडेय
शिक्षक दिवस पर बांसडीह तहसील क्षेत्र के निजी विद्यालयों के शिक्षकों ने एसडीएम कार्यालय पर धरना दिया. विगत छह महीनों से कोविड-19 के कारण निजी विद्यालय और कोचिंग संस्थान बंद हैं. इसके चलते निजी विद्यालयों के शिक्षक भुखमरी के कगार पर हैं और वह अब आत्मदाह तक दे रहे हैं. इसलिए आज सभी शिक्षकों ने उप जिलाधिकारी कार्यालय में धरना दिया और अपनी मांगों से संबंधित अपना ज्ञापन दिया.
शिक्षकों की मुख्य मांगें
- कुछ आर्थिक सहायता सरकार की ओर से प्रदान किया जाए
- निजी संस्थान को चलाने का अनुमति दी जाए
अगर ऐसा नहीं होता है तो सभी शिक्षक आंदोलन के लिए बाध्य होंगे. शिक्षक गणों ने यहां तक कहा कि अगर उनको संस्थान चलाने की अनुमति नहीं दी जाती है एवं आर्थिक सहायता नहीं दी जाती है तो वह बांसडीह चौराहे पर सामूहिक फांसी लगाकर या आत्मदाह करने के लिए बाध्य होंगे. इसके लिए जिम्मेदार शासन और प्रशासन होगा.
हम सभी शिक्षक गण भुखमरी की कगार पर हैं और हमारे पास आत्मदाह करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है
– प्रमोद पाण्डेय (अध्यक्ष, शिक्षक संघ)
यह सरकार तानाशाही पर उतारू है और हम शिक्षकों की बात सुनना नहीं चाहती है और हमें ना पढ़ाने देती है, न ही कुछ आर्थिक सहायता देती है. इसलिए हम लोग आंदोलित होने के लिए बाध्य हैं
– प्रमोद यादव (उपाध्यक्ष,शिक्षक संघ)
इस मौके पर दिलीप कुमार तिवारी, डॉ. निर्भय कुमार मिश्र, मनोज चौहान, अजीत सिंह, राकेश, अनुज, अंजनी, माइकल, मनीष तिवारी, संजय वर्मा रहे. संचालन सुशांत राज भारत ने किया.