मानिकपुर में तीन कोरोना मरीजों के मिलने के बाद प्रशासन एलर्ट मोड में

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बांसडीह से रविशंकर पांडेय

मनियर थाना क्षेत्र के मानिकपुर गांव में तीन कोरोना मरीज पाए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम अलर्ट मोड में है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मनियर के प्रभारी डॉ. साहबुद्दीन ने बताया कि मानिकपुर एवं किशुनीपुर गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम सर्वे कार्य कर रही है. उन लोगों का भी कोरोना जांच कराया जाएगा, जो इस परिवार के संपर्क में आए हैं.

नायब तहसीलदार और पुलिस अफसरों ने लिया जायजा

ग्रामीणों की तत्परता के चलते उनके परिवार की जांच हुई और ग्रामीणों ने इस परिवार से दूरी बना ली. इस कारण अधिक लोग इस परिवार के संपर्क में नहीं आ पाए. गांव के लोग तो दूरी बनाए, लेकिन इनके घर कुछ रिश्तेदारों व मित्रों का का आना जाना लगा रहा. तहसील प्रशासन ने संक्रमित व्यक्ति के घर के अगल-बगल के मार्ग को बैरीकेडिंग कर दिया है. नायब तहसीलदार अंजू यादव, प्रभारी निरीक्षक नागेश उपाध्याय, उपनिरीक्षक प्रभाकर शुक्ल, पंकज सिंह सहित आदि खुद मौके का जायजा लिए.

कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने भी सक्रियता दिखाई. मानिकपुर गांव के पास रिगवन ढाले पर लगने वाले बाजार को पुलिस ने बंद करा दिया गया है. बताते चलें कि कोरोना से संक्रमित मरीज दिल्ली से कुछ दिन पूर्व आए थे. उनके परिवार के एक सदस्य की मौत दिल्ली में हो गई थी, तभी से गांव के लोग उस परिवार को आने को लेकर सशंकित थे.

पीड़ितों के गांव में चर्चा, अस्पताल की व्यवस्था को लेकर उठ रहे सवाल

कोरोना संक्रमण को लेकर सरकार और जिला प्रशासन पूरी तरह से सचेत है कि किसी को कोई परेशानी न हो. यहाँ तक कि प्रधानमंत्री ने साफ शब्दों में देश के नाम सम्बोधन कहा कि नवम्बर तक हर परिवार को अनाज मुहैया सरकार कराएगी. वहीं बात करें व्यवस्था की तो पीड़ितों के परिजन व्यथित बताए जा रहे हैं. पीड़ित परिजनों की माने तो बलिया के बसंतपुर स्थित एलवन सेंटर की स्थिति चिंताजनक है. एक रिकॉर्डेड आडियो का हवाला देते हुए स्थानीय लोगों ने संवाददाता को बताया कि पीड़ितों के लिए वहां मुकम्मल इंतजाम नहीं है. पीड़िता ने अपने परिजनों से व्यवस्था संबंधी कई दिक्कतों का खुलासा किया है. पीड़िता ने अपने परिजनों को बताया है कि वहां न कायदे से खाने की व्यवस्था है, न ही सफाई की.

कोरोना पॉजिटिव केस की एक ही परिवार के तीन लोगों को बसंतपुर के एल वन अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. मरीज अपने मोबाइल से अपने परिवार को भोजन व सफाई संबंधी व्यवस्था न होने पर बताई है कि कोरोना से नहीं, बल्कि भोजन के बिना हम लोग यहां मर जाएंगे. पीड़िता ने यहां तक कहा है कि छोटे छोटे बच्चे हैं, पर व्यवस्था कुछ नहीं है. एक ही परिवार के तीन लोग पॉजिटिव होने की पुष्टि होने से गांव दहशत में है. वहीं मरीजों के लिए व्यवस्था सुनकर हर कोई स्तब्ध.

आप को बता दें कि मनियर थाना क्षेत्र के मानिकपुर गांव में मंगलवार को एक ही परिवार के तीन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव होने के बाद क्षेत्र में दहशत है. पीड़ित परिवार बीते 25 जून को दिल्ली से आया. इस परिवार के एक सदस्य की दिल्ली में मौत हो गई थी. 23 जून को दाह संस्कार के बाद ब्रह्म भोज करने के लिए परिजन गांव पर पहुंचे.

जिस दिन से इन लोगों के गांव पहुंचने की सूचना मिली, उसी दिन से ग्रामीण भयभीत थे. ग्रामीणों द्वारा प्रशासन को सूचित किया गया. स्वास्थ्य विभाग पूरे परिवार का सैंपल 25 जून को लेकर जांच के लिए भिजवा दिया. जांच में एक महिला उम्र करीब 28 वर्ष एवं उसके दो बच्चे उम्र क्रमशः 8 एवं 6 वर्ष की कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव निकला. इसकी पुष्टि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मनियर के प्रभारी डॉ साहबुद्दीन ने भी की.

चर्चा है कि इस परिवार के कुछ सदस्य दिल्ली में किसी प्राइवेट हॉस्पिटल में ही काम करते हैं, जिसमें पॉजिटिव आई महिला के ससुर का मौत दिल्ली में हो गई थी. ग्रामीण कोरोना से मौत को लेकर आशंकित थे, जबकि यह परिवार बता रहा है कि उनकी मौत किसी अन्य बीमारी से हुई है. उनका मौखिक दावा है कि उनके पास सर्टिफिकेट है. चर्चा यह भी है कि कुल 5 लोग दिल्ली से आए थे. मंगलवार के दिन में तीन की रिपोर्ट आ गई है, शेष 2 लोगों का रिपोर्ट अभी आनी बाकी है.