कोरोना को लेकर योगी सरकार सतर्क, 22 मार्च तक राज्य के शिक्षण संस्थान बंद

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  • कोरोना वायरस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में की पत्रकार वार्ता
  • जिन शिक्षण संस्थानों में परीक्षाएं चल रही हैं,  यथावत चलती रहेंगी
  • बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में 23 मार्च से होंगी परीक्षाएं

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर प्रदेश में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. इसको लेकर दहशत और अफवाह पर रोक और संक्रमित व्यक्ति के बेहतर इलाज के लिए एपिडेमिक एक्ट के कुछ कानून लागू किए जा रहे हैं.

एहतिहात के तौर पर प्रदेश के सभी सरकारी और निजी शिक्षण संस्थान 22 मार्च तक बंद रहेंगे. जिन शिक्षण संस्थानों में परीक्षाएं चल रही हैं, यथावत चलेंगी. बेसिक शिक्षा के परिषद के विद्यालयों में परीक्षाएं 23 मार्च से कराई जाएंगी.

इसके बाद 20 मार्च को फिर से पूरे प्रदेश की स्थिति का आकलन कर आगे की रणनीति तय की जाएगी. शुक्रवार को यहां लोकभवन में कोरोना वायरस को लेकर पत्रकार वार्ता में मुख्यमंत्री ने ये बातें कहीं.

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सहयोग से हमारी सरकार ने इस वायरस को प्रभावहीन करने के लिए डेढ़ माह पहले जो अलर्ट जारी किया था, आज उसकी व्यापक समीक्षा की गई.

बताते हैं कि उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संबंधित 11 मरीज मिले हैं. उनमें 10 का उपचार दिल्ली के सफदरजंग और 1 का लखनऊ के केजीएमयू में चल रहा है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पांच स्थानों पर इस वायरस के सैम्पल टेस्ट के लिए प्रयोगशालाएं स्थापित की जा रही हैं. लखनऊ के केजीएमयू, पीजीआई और अलीगढ़ आरएमएल में यह व्यवस्था पहले से है. बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर और बीचएयू वाराणसी में टेस्ट की व्यवस्था शुरू कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी 75 जनपदों में आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं जिनमें 820 बेड हैं. इसके अलावा प्रदेश के सभी सरकारी एवं निजी मेडिकल कॉलेजों में 448 बेड बतौर आइसोलेशन वार्ड सुरक्षित रखे गये हैं.

योगी आदित्यनाथ ने इसे संक्रामक बीमारी बताया. संक्रमण रोकने में सावधानी और सतर्कता की महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों, पैरा मेडिकल स्टाफ और नर्सिंग स्टाफ को प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

इस क्रम में 4100 चिकित्सकों को प्रशिक्षित किया जा चुका है. वहीं, आंगनबाड़ी और आशा वर्कर को भी प्रशिक्षित करने की व्यवस्था की गई है. लोगों को इस बाबत भी जागरूक किया जा रहा है कि वे एक जगह पर बड़े समूह में न एकत्र हों.

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि नेपाल से लगने वाली प्रदेश की सीमा पर थर्मल एनालाइजर स्थापित किए गए हैं. राउंड द क्लॉक यहां आने-जाने वाले व्यक्तियों पर डॉक्टर्स की टीम नजर रखी हुई है.

उन्होंने कहा कि एनसीआर में खास सतर्कता बरती जा रही है. सलाह भी दी जा रही है कि मास्क वही लगाएं जिन्हें जरूरत हो. सभी जिलों में मास्क और ग्लब्स की पर्याप्त व्यवस्था है. इसकी कालाबाजारी न होने पाए इस पर भी नजर है.

समीक्षा बैठक में बोले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन पर स्क्रीनिंग की व्यवस्था करने के लिए कहा. इससे पहले मुख्यमंत्री ने कोरोना वायरस को लेकर लोकभवन में समीक्षा बैठक भी की.

उन्होंने इससे बचाव के लिए पूरे प्रदेश में व्यापक प्रचार अभियान चलाने और एयरपोर्ट, रेलवे और बस स्टेशन पर स्क्रीनिंग की व्यवस्था करने का निर्देश दिया.

इस क्रम में नेपाल सीमा पर अब तक 12 लाख 28 हजार 303 और हवाई अड्डों पर 17,048 यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई है. सीएम ने कहा कि आगरा में काफी विदेशी पर्यटक आते हैं, इसलिए वहां पर विशेष सतर्कता बरती जाए.

उन्होंने आरोग्य मेला में शामिल होने वाली डॉक्टर्स की टीम को ट्रेनिंग देने का भी निर्देश दिया. इससे जमीनी स्तर पर लोगों को इसके बचाव के विषय में जानकारी मिल सके.

बैठक में डिप्टी सीएम डा. दिनेश शर्मा, केशव मौर्य और सरकार के मंत्री आशुतोष टंडन, सुरेश खन्ना, स्वाति सिंह, सतीश द्विवेदी, कपिल देव अग्रवाल, मुख्य सचिव आरके तिवारी समेत अन्य विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव मौजूद थे.