डीएम ने महिला कैदियों और उनके बच्चों में बांटे गर्म कपड़े

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समय का सदुपयोग करने का दिया सन्देश

 

बलियाः जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने सोमवार को जिला जेल में महिला कैदियों और उनके बच्चों के बीच गर्म कपड़े बांटे. सबका हालचाल लेने के साथ कुछ सकारात्मक संदेश भी दिए. साथ ही, सभी कैदियों को योग के जरिए निरोग रहने की बात कही.

 

उन्होंने कहा कि जेल में समय का सही दिशा में सदुपयोग करने का प्रयास करें. जेल एक सुधार गृह होता है, लिहाजा यहां से कुछ अच्छा सीख कर जाएं. इससे पहले जेल प्रशासन ने जेल की दिनचर्या के साथ स्वच्छता और शिक्षा के लिए किए जा रहे प्रयास को बताया.

 

 

योग शिक्षक ने बताया कि पिछले 9 वर्ष से योग कराया जा रहा है. इसमें आठ तरह के व्यायाम और 40 आसन कराए जाते हैं. चर्चा के दौरान बताया कि एक व्यक्ति को 240 सुगर था और व्यायाम से वह नार्मल हो गया. डीएम ने सभी कैदियों से योग के जरिए स्वस्थ रहने का संदेश दिया.

 

बच्चों को दुलारा, टाफी-बिस्किट बांटे

 

जिला जेल में डीएम ने महिला कैदियों के बच्चों में भी ब्रांडेड कपड़े बांटे. खास बात कि हर बच्चों की पसंद के ऊनी कपड़े दिए. उन्होंने बच्चों को खूब दुलारा. हर बच्चा को पास बुलाकर बातचीत की और टाफी-बिस्किट दिए.

 

 

बच्चे भी उनके साथ घुलमिल गए. वहीं, डीएम भी उन बच्चों से बातें कर काफी खुश दिखे. इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट बृजकिशोर दूबे, जेल अधीक्षक प्रशांत मौर्य, जेलर डॉ. विनय कुमार समेत इन-व्हीलर क्लब की अध्यक्ष और सदस्य मौजूद थीं.


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पेंशन अदालत में 15 दिसम्बर तक प्रतिवेदन

बलिया: पेंशनरों की समस्या के शीघ्र समाधान के लिए 28 दिसंबर को 11 बजे से आजमगढ़ कमिश्नरी सभागार में पेंशन अदालत का आयोजन होगा. वरिष्ठ कोषाधिकारी ममता सिंह ने बताया कि इसमें अपनी समस्या रखने के लिए पेंशनर को 15 दिसम्बर तक कोषागार में अपना प्रतिवेदन तीन प्रतियों में जमा करना होगा.

 

पेंशन अदालत में सभी राजकीय कार्यालयों के सेवानिवृत्त राजकीय पेंशनर या पारिवारिक पेंशनरों की समस्या से संबंधित मामलों के निस्तारण पर विचार किया जाएगा. उन्होंने बताया कि पेंशन अदालत का प्रारूप कोषागार के सूचना पट्ट से लोड किया जा सकता है. कोई समस्या होने पर वरिष्ठ कोषाधिकारी से संपर्क कर सकते हैं.