कटान पीड़ितो ने उठाया बड़ा सवाल, कैसे करें साथ, विकास व विश्वास

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कटान पीड़ितो को बसाने की मांग को लेकर इंटक नेता बैठे धरना पर

जिलाधिकारी का निर्देश बे असर

धरना देने वालों से बात तक करने नहीं पहुंचे अधिकारी

बैरिया(बलिया)। चार गांवों इब्राहिमाबाद नौबरार, केहरपुर, बहुआरारा, नारायणगढ़ के कुल 292 कटान पीड़ितों तथा केहरपुर जिसकी सूची नहीं बनी है, को बसाने की मांग को लेकर इंटक के जिलाध्यक्ष विनोद सिंह के नेतृत्व में कटानपीड़ितों ने गुरुवार को बैरिया तहसील में धरना दिया. धरना पर बैठे लोगों ने शासन-प्रशासन, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ नारेबाजी की. घोषणा किया कि अगर तत्काल कटानपीड़ितों को बसाया नहीं जाता है तो शुक्रवार को क्रमिक अनशन व शनिवार से आमरण अनशन होगा.
सभा को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सीबी मिश्र, पारस नाथ वर्मा, जयप्रकाश सिंह, जयराम सिंह, अशोक सिंह, रमेश मौर्य, खजांची राय, श्रीनाथ सिंह चौहान, पशुपति ओझा, विश्राम दुबे सहित दर्जनों लोगों ने संबोधित किया. कटान पीड़ितों के पक्ष में आरपार की लड़ाई लड़ने की घोषणा करते हुए प्रदेश सरकार पर भेदभावपूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाया. वक्ताओं ने सरकार के ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के नारे को खोखला बताते हुए कहा कि यह सरकार सबका विकास नहीं बल्कि सबका विनाश कर रही है. अपराह्न तीन बजे के बाद तक चले इस धरना में धरनारत लोगों से कोई भी प्रशासनिक अधिकारी बातचीत करने तक के लिए मौके पर नहीं पहुंचा.
जिलाधिकारी ने एक पखवारा पूर्व कटान पीड़ितों को तत्काल बसाने के लिए उपजिलाधिकरी को निर्देशित किया था. किंतु निर्धारित समय सीमा में तहसील प्रशासन द्वारा जिलाधिकारी के आदेश का पालन नहीं किया गया. जिससे इंटक के जिलाध्यक्ष विनोद सिंह व अन्य कटान पीड़ितों ने आंदोलन का रास्ता अख्तियार किया. धरना अगले दिन भी दस बजे से तीन बजे तक चलने की घोषणा की गई.