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लखनऊ स्थित भाजपा कार्यालय पर प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पाण्डेय की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की
सुखपुरा(बलिया)। भारतीय जनता पार्टी से बगावत कर पिछला विधानसभा चुनाव निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर लड़ने वाली केतकी सिंह के राजनीतिक भविष्य को लेकर चल रही अटकलों का दौर शुक्रवार को खत्म हो गया. उनकी घर वापसी हो गयी है. इससे विपक्षी पार्टी मे खलबली मच गई है. लखनऊ स्थित भाजपा कार्यालय पर प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पाण्डेय की मौजूदगी में केतकी सिंह ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है.
विधानसभा चुनाव में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी के हाथों कुछ ही मतो से हारने वाली केतकी के भाजपा में शामिल होने पर कार्यकर्ताओं ने बधाई दी है. भाजपा-भासपा गठबंधन के चलते बांसडीह की सीट भासपा के खाते में चली गयी थी. तब केतकी सिंह ने निर्दल चुनाव लड़ा था. बगावत के बाद पार्टी ने उन्हे निलबिंत कर दिया था
भाजपा में वापसी पर बलिया में लोकसभा में अपनी दावेदारी करने वाले नेता के नही चाहते थे कि केतकी भाजपा में वापस आए. केतकी सिंह का नाम जिले में जमीन पर रहकर काम करने वाले नेताओं में शुमार है.
किसी के व्यक्तित्व का प्रभाव किस कदर छाप छोड़ता है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जैसे ही केतकी सिंह की भाजपा में वापसी की खबर आई. लोगों में अजीब सा उत्साह और खुशी की लहर दौड़ गयी.
पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी द्वारा प्रत्याशी घोषित नही किये जाने पर इन्होंने बगावती तेवर अपनाते हुए निर्दल प्रत्याशी के रूप में चुनावी समर में भाग लिया और करीब पचास हज़ार मत पाकर द्वितीय स्थान पर रहीं. जबकि भाजपा औऱ भासपा का संयुक्त प्रत्याशी इनसे पीछे रहे.
लोगों का इनके प्रति लगाव इनकी कर्मठता और इनकी जनता के प्रति समर्पण का परिणाम है. तभी आज लोग उस जश्न को मना रहे जिसका मौका इन्हें विधानसभा चुनाव के वक़्त नही मिला. सड़को पर लोगों का पटाखे छोड़ना और मिठाईयां बाँटना इस बात की तरफ इशारा करता है कि चुनाव का नतीजा जो भी रहा बांसडीह की वास्तविक जनप्रतिनिधि आज भी केतकी सिंह ही है.