मंत्री ने गेहूं क्रय केंद्र पर की औचक छापेमारी, विपणन निरीक्षक को सस्पेंड करने के लिए आदेश

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किसानों की परेशानी नहीं होगी स्वीकार, दोषी नपेंगे

बलिया। प्रदेश के राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार उपेंद्र तिवारी ने शुक्रवार को जिले के दो क्रय केंद्र पर औचक छापेमारी की. दोनों जगह एक से बढ़कर एक कमियां पाई गई. किसानों से पल्लेदारी के नाम पर ज्यादा वसूली करने पर मंत्री ने विपणन निरीक्षक को निलंबित करने के आदेश दिए. मंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि किसानों की परेशानी किसी भी हालत में स्वीकार नहीं की जाएगी. ऐसा करने वाले अधिकारी कर्मचारी पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी.

शुक्रवार को राज्यमंत्री श्री तिवारी मंडी स्थित क्रय केंद्र पर अचानक पहुंच गए. इससे वहां हड़कंप मच गया. मंत्री जब खरीद के सम्बंध में बारीकी से पूछताछ करने लगे तो कई कमियां खुद-ब-खुद सामने आ गई. वहां नंबर लगाने वाले बाबू की शिकायत किसानों ने की. मंत्री जब उस बाबू को खोजने लगे तो बताया गया कि वह आज आए ही नहीं है. मंत्री ने अवकाश का आवेदन पत्र मांगा तो विपणन निरीक्षक वह भी नहीं दिखा पाए. इस पर मंत्री ने कहा कि वर्तमान समय गेहूं खरीद के लिए सबसे महत्वपूर्ण समय है. ऐसे में जिम्मेदार लिपिक का बिना बताए गायब हो जाना गंभीर मामला है. उन्होंने उस लिपिक से स्पष्टीकरण मांगते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए. क्रय केंद्र पर किस तिथि को किस किसान को टोकन दिया गया, इस संबंध में सही सटीक जानकारी मेंटेन नहीं की गई थी. किसानों ने यह भी शिकायत किया कि नंबर लगने के बाद भी बार-बार दौड़ाया जाता है.

किसानों को फोन किया तो खुली पोल

मंडी स्थित क्रय केंद्र के निरीक्षण के दौरान मंत्री ने जब किसानों को फोन लगाया तो करीब सभी किसानों ने बताया कि पल्लेदारी के नाम पर बीस रुपया लिया जा रहा है. जबकि सरकार की ओर से दस रुपये ही लेने के निर्देश दिए गए है. इस पर मंत्री ने सवाल किया कि अन्नदाताओं से इस प्रकार लूट कैसे हो रही है. मौके पर मौजूद डिप्टी आरएमओ को भी कटघरे में खड़ा करते हुए खरीद की स्थिति पर फटकार लगाई. उन्होंने कई बोरे को तौल कराकर देखा. वहां भी यह पाया गया कि ना तो तिथिवार नंबर लगाए गए थे और ना ही प्रथम आवत प्रथम पावत के आधार पर खरीद की गई थी. किसानों ने भी गेहूं बेचने के लिए क्रय केंद्र पर कई बार अनावश्यक दौड़ाने की शिकायत मंत्री से की.

छोटे किसानों को नजरअंदाज करने की मिली शिकायत

भगवानपुर क्रय केंद्र पर मंत्री पहुँचे तो वहां भी ढेर सारी कमियां मिल गई. स्थानीय किसानों ने तो क्रय केंद्र प्रभारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि यहां छोटे किसानों का गेहूं लेने से साफ इनकार कर दिया जा रहा है. मंत्री ने इस स्थिति पर कड़ा असंतोष जताया. प्रभारी जिलाधिकारी/सीडीओ बद्रीनाथ व अपर जिलाधिकारी मनोज कुमार सिंघल को सख्त रुख अख्तियार कर लेने का निर्देश दिया.

इससे पहले क्यों नहीं पकड़ी कमियां

गेहूं खरीद की ऐसी स्थिति पर राज्यमंत्री उपेंद्र तिवारी ने खरीद के नोडल अधिकारी डिप्टी आरएमओ से सवाल करते हुए कहा कि विगत एक महीने से शुरू हुई खरीद में अभी भी इतनी कमियां आखिर क्यों मिल रही हैं. इसकी मॉनिटरिंग कैसे हो रही है. इससे पहले अगर निरीक्षण हुए तो यह सब कमियां क्यों नहीं पाई गई. डिप्टी आरएमओ के पास इन सब सवालों का सही सटीक जवाब नहीं था. निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी बद्रीनाथ सिंह, अपर जिलाधिकारी मनोज कुमार सिंघल साथ रहे.