पूरे छह महीने बाद घोड़हरा व अलमचक में बच्चों को मिला एमडीएम

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दुबहड़ (बलिया)। काफी जद्दोजहद के बाद आखिरकार छ: महीने के पश्चात् पूर्व माध्यमिक विद्यालय घोड़हरा एवं प्राथमिक विद्यालय अलमचक, घोड़हरा में शुक्रवार को सरकार की महत्वपूर्ण योजना मध्याह्न भोजन की शुरुआत की गई. पूर्व माध्यमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका शीला सिंह एवं प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक शशिकांत पांडेय ने विद्यालय के छात्र – छात्राओं को स्पेशल जीरा राईस एवं आलू, मटर एवं पनीर की सब्जी खिलाकर मिड-डे मील की योजना का पुनः शुभारंभ किया.

छ: माह के बाद पुनः मध्याह्न भोजन ग्रहण कर विद्यालय के छात्र – छात्रा अति उत्साहित एवं प्रसन्न दिखे. गौरतलब है कि घोड़हरा ग्राम प्रधान के अड़ियल रवैये के कारण अक्तूबर 2017 से ही दोनों विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बन्द था. यहां तक कि ग्राम प्रधान द्वारा कार्यरत रसोइयों के चेक पर दस्तखत नहीं करने के कारण पिछले चार माह से रसोइयों का वेतन बाधित है. मध्याह्न भोजन को लेकर विद्यालय प्रबंधन एवं ग्राम प्रधान में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा था.

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस ने 24 मार्च को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को मिड-डे मील बनवाने के लिए आदेशित किया. जिलाधिकारी के आदेश के क्रम में तत्कालीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मोती चन्द चौरसिया ने मिड-डे मील के खाता संचालन हेतु ग्राम प्रधान के स्थान पर विद्यालय प्रबंध समिति एवं प्रधानाध्यापक द्वय को नामित करते हुए कहा कि प्रधानाध्यापक द्वय का यह दायित्व होगा कि वे कोटेदार से मध्याह्न भोजन का खाद्यान्न प्राप्त करते हुए योजना का संचालन सूचारू रूप से करेंगे. मध्याह्न भोजन योजना के पुनः शुभारंभ के अवसर पर पूर्व प्रधान जहीर खान, अक्षय कुमार सिंह, संजय चौहान, बीरेन्द्र कुमार सोनी, पप्पू सेठ, अजय ठाकुर, रामेश्वर चौधरी पटेल, शिवजी गुप्ता आदि उपस्थित थे.