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बांसडीह (बलिया)। सहतवार थाना क्षेत्र में नोट बन्दी के कारण बैंक से पैसे समय से नहीं निकलने के चलते ग्राम सभा बलेऊर निवासी एक युवक ने दम तोड़ दिया, जो जम्मू कश्मीर में रहकर नौकरी करता था. पत्नी द्वारा बैंक से कई दिनों के बाद भी पैसे लेकर अपने पति के पास नहीं पहुंच पाई. शुक्रवार की रात 10 बजे के क़रीब एम्बुलेन्स से उसकी लाश घर आते ही घर वालों में कोहराम मच गया.
जानकारी के मुताबिक सहतवार थाना क्षेत्र के ग्राम सभा बलेऊर निवासी मु. वकील (40) पुत्र मु. कुर्बान लगभग 10 साल से जम्मू कश्मीर के बड़ीबड़ावना में नौकरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था. घर वालों ने बताया कि 10 दिसम्बर को फ़ोन आया कि वकील की तबियत ज्यादा ख़राब चल रही है. हास्पिटल में इलाज चल रहा है. पति की ख़राब तबियत की खबर सुनकर उसकी पत्नी शकीला सहतवार स्टेट बैंक से अपने एकाउण्ट से पैसा निकालने पहुंची, लेकिन भीड़ के चलते पैसा नहीँ निकल पाया.
शकीला ने बताया कि मेरे एकाउण्ट में पैसा था. मैं सोची कि पैसा लेकर जाऊंगी तो इलाज बेहतर हो सकेगा. क्योंकि कुछ दिन पहले ही वे गांव आए थे, पता नहीं उनके पास पैसा होगा या नहीँ. लेकिन कई दिन दौड़ने पर दो बार दो-दो हज़ार रुपये मिले. मैं थक हार कर अन्त में अपने भाई को बुलाकर उसके साथ 19 दिसम्बर की रात ट्रेन पकड़ी. 21 दिसम्बर को वहां पहुंची, बृहस्पतिवार उनकी मृत्यु हो गयी. पति की तबियत खराब की सूचना के बाद समय से पैसा मिल जाता और समय पर वहां पहुंच जाती तो शायद उनकी जान बच जाती. वकील के छोटे छोटे-छोटे चार बच्चे हैं, दो बेटे और दो बेटियां, सभी का रो रोकर बुरा हाल है.