निराश्रितों की सेवा से बढ़कर दुनिया में कोई धर्म नहीं : विद्यार्थी

विद्यार्थी ने कहा कि स्वर्गीय पांडेय जैसा जननेता विरले ही पैदा होते हैं. वे एक कुशल लोकसेवक थे. उन्होंने अपने जीवन में जरूरतमंदों की नि:स्वार्थ सेवा की हैं.