भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को अनंत चतुर्दशी का व्रत किया जाता है. इस दिन अनंत के रूप में हरि की पूजा होती है. पुरुष दाएं तथा स्त्रियां बाएं हाथ में अनंत धारण करती हैं. अनंत राखी के समान रूई या रेशम के कुंकू रंग में रंगे धागे होते हैं और उनमें चौदह गांठें होती हैं.