एसपी एस आनंद ने बताया कि बैरिया की तरफ से आने वाले भारी मालवाहक व व्यावसायिक वाहनों को थाना दुबहड़ के पास मंगलवार की दोपहर तीन बजे से स्नान पर्व समाप्ति तक रोका जाएगा.
नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न घाटों पर सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रती महिलाओं ने घाट और घर पर बड़ों के पैर छूकर आशीर्वाद प्राप्त किया. इसके बाद प्रसाद वितरण कर व्रत का पारण किया.
जेपी के गांव सिताबदियारा में गंगा और घाघरा दो नदियों का संगम है, किंतु छठ में व्रत धारियों को नहाने लायक घाट कहीं भी सही हाल में नहीं है. यहां विगत चार-पांच वर्षों में कटान ने हर घाट की दशा ही बिगड़ दी है.