पहाड़ के जनजातियों व मधेशियों को एकजुट हो लड़ना होगा- चिनक कुर्मी

अपने अधिकारों को पाने के लिए जिस प्रकार से मधेशी समुदाय के लोग आंदोलन की राह पर हैं, उन्हें पहाड़ के जनजातियों को भी साथ लेकर आवाज उठानी होगी अन्यथा इन दोनों वर्गों का शोषण करते आये लोग एक बार फिर मधेशी समुदाय व पहाड़ी जनजातियों के बीच जंग करवाने से नहीं चूकेंगे.

ऐमाले के कार्यक्रम में ख़लल को लेकर लाठीचार्ज

नेपाल रौहतक के गांव गौर में पूर्व निर्धारित नेकपा एमाले के कार्यक्रम में बांधा पंहुचाने गए मधेशी मोर्चा के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज कर खदेड़ने में दर्जनों कार्यक्रताओं को जंहा गम्भीर रूप से चोटें आई है,

मधेशी मोर्चा के आन्दोलन को देख प्रशासन व आयोग चिन्तित

सरकार द्वारा घोषित चुनाव की उल्टी शुरू हो गई है. तीन माह बाद निकाय व ग्राम पंचायत के चुनाव होने की घोषणा के बाद जंहां मधेशी आन्दोलन में और तेजी आने के आसार दिख रहे हैं. वहीं सरकार व प्रशासन के माथे पर चिंता की लकीर. मधेशी समुदाय व संघीय गठबंधन द्वारा चुनाव बहिष्कार की घोषणा के बाद से नेपाली चुनाव आयोग के भी पसीने छूट रहे हैं.

संविधान संशोधन के बाद मधेशी मोर्चा की चुनाव में सहभागिता की जिम्मेदारी मेरी – डा. भट्टाराई

नया शक्ति पार्टी नेपाल के केन्द्रीय संयोजक डॉ. बाबूराम भट्टराई ने अपने प्रेसवार्ता में कंहा कि सरकार 8/10 के अन्दर मधेशी मोर्चा की संवैधानिक मांगों को संविधान संशोधन का मान लेती है तो वह मोर्चा के समस्त पार्टियों को चुनाव में सहभागिता लेने की जिम्मेदारी लेने को तैयार है.