Exclusive: Rain increased weeds, agricultural defense experts are giving information about pest management

Exclusive: बरसात ने बढ़ाई खरपतवार, कृषि रक्षा विशेषज्ञ दे रहे कीट प्रबंधन की जानकारी

Exclusive: बरसात ने बढ़ाई खरपतवार, कृषि रक्षा विशेषज्ञ दे रहे कीट प्रबंधन की जानकारी

बलिया. कृषि रक्षा विभाग वर्ष 2023 24 में विभिन्न संसाधनों द्वारा रोग नियंत्रण के लिए काम कर रहा है. विभाग ने 14 दिवसीय आईपीएम गोष्ठी का आयोजन किसान खेत स्कूलों पर किया है.

जलजमाव की समस्या को लेकर भाजपा बांसडीह मंडल के अध्यक्ष स्थानीय लोगों के साथ बरसात में पानी के बीच उपवास पर बैठे

आयोजित उपवास में बच्चे भी अपने हाथों में लिखे स्लोगन के साथ शामिल हुये. भाजपा बांसडीह मंडल अध्यक्ष प्रतुल कुमार ओझा ने बताया कि विगत जलजमाव को दो सप्ताह से अधिक हो गया, लेकिन स्थानीय नगर पचायत प्रशासन इस मामले में उदासीन बना हुआ है.

इब्राहिमाबाद के डेढ़ सौ एकड़ खेतों में फैला बाढ़ बरसात व सीवरेज का पानी, समस्या सुनना तो दूर झांकने भी नहीं आए जनप्रतिनिधि और अधिकारी

बुधवार को इब्राहिमाबाद गांव के पूरब कुकूरिया बाबा के स्थान पर इकट्ठा अपने खेतों को निहारते गांव के किसान, लगान पर खेती किसानी करने वाले लोग तथा खेतों में मजदूरी करने वाले काफी संख्या में कृषि मजदूर पुरुष और महिलाओं जिनमें धनंजय सिंह, हरि नारायण सिंह, ददन सिंह, सोनू सिंह, मंगल सिंह, गीता देवी, मंझरिया देवी आदि ने बताया कि पिछले तीन साल से बरसात बाढ़ व सीपेज का पानी हमारे गांव के लगभग डेढ़ सौ एकड़ खेतों में फाइल जा रहा है. इस साल और भी ज्यादा पानी बढ़ा है.

लगातार हो रही बारिश से गरीब परिवारों के कच्चे घर टूटे

पीड़ित पक्ष का कहना है कि हम लोगों के गांव के प्रधान प्रतिनिधि बलिया रहते हैं. हम लोगों ने उनसे पक्के घर  के लिए बोला हैं. उनके तरफ से आश्वासन मिला है.

आखिर किसने छीन ली उनकी खुशी

तटवर्ती गांवों के लोगों की आंखों के सामने उनके आशियाने ध्वस्त होते रहे, खून-पसीने से उपजायी फसलें उनकी आंखों के सामने पानी में डूबती रहीं.

मकान पर पेड़ गिरा, बाल-बाल बचे सात लोग

बरावां गांव में रात को एक मकान के ऊपर पीपल का पेड़ गिर गया. घर के अंदर सो रहे परिवार के सात लोग सो रहे थे. जोरदार आवाज सुन सभी किसी तरह जान बचाकर बाहर भागे.

झमाझम बरसात ने जमाया रंग, रास्ते कीचड़ भरे, बाजार में गंदगी और खेतों में गूंज उठी कजरी

लगातार तीन दिनों से सक्रिय हुए मानसून की वजह से सावन के पहले पूरे क्षेत्र में झमाझम बारिश हुई