पिछले सात साल की लम्बी प्रतीक्षा के बाद लोगों का छपरा-आरा पुल से फर्राटा भरकर कोइलवर, आरा, बक्सर समेत राजधानी पटना आदि जिलों की सैर करने का सपना रविवार को पूरा हुआ.
यह सहीं है कि तीन पड़ोसी जिले आरा, छपरा और बलिया के बीच पुराने गहरे संबंध हैं. शादी-विवाह से लेकर, रैयत तक के मामलों में उक्त तीनों जिलों में लोगों का हमेशा आना जाना होता है.
राजनीति के इस बिगड़े स्वरूप के बीच चंद्रशेखर ही एक ऐसे राजनेता थे, जिनके लिए कभी जन-जन रो पड़ा. जी हां बात 10 अक्टूबर 2006 की है, जब चंद्रशेखर आखिरी बार जयप्रकाशनगर आए थे.
विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पेपर लीक मामले में आंदोलनरत आईएएस अफसरों को सख्त सन्देश दिया. बोले, पेपर लीक हुआ है तो कार्रवाई भी होगी. कानून सबके लिए बराबर है. राष्ट्रपति को छोड़कर सभी इसके दायरे में आते हैं. चाहे सीएम हों या पीएम.
जेपी के गांव सिताबदियारा से पटना तक के लिए अभी हाल ही में परिवहन निगम की बस सेवा चालू की गई थी. यह बस सिताबदियारा ही नहीं, यूपी सीमा के लोगों के लिए भी एक वरदान थी. सभी लोग इस बस सेवा से बेहद खुश थे, तभी बाढ़ आई और यह बस बंद कर दी गई.