अनियोजित एवं अनियंत्रित विकास, भोगवादी प्रवृत्ति, विलासितापूर्ण जीवन तथा शोषणपरक नीति ने बढ़ाया है जल संकट- डा० गणेश

अनियोजित एवं अनियंत्रित विकास, भोगवादी प्रवृत्ति, विलासितापूर्ण जीवन तथा शोषणपरक नीति ने बढ़ाया है जल संकट