घुरहुआ करेजा पीट- पीट के रो रहा है

घुरहुआ करेजा पीट- पीट के रो रहा है. मुखिया जी ने चूतिया बनाया है. अगला चुनाव में इनकरा के छठी के दूध न याद दिला द कहिहें. बड़ा नीच है, हमके फंसा दिया और लल्लन की दुआरी पर हेंकड़ी झाड़ रहा था कि घुरहुआ के खूबे बुरबक बनाये है. अकेले में भेंटा जाई त डीह बाबा के किरिया मरबो करब सरऊ के. चार अक्षर पढ़ का लिहलन, अपना के तुलसी बाबा के दमाद बुझने लगे.