दादी प्रकाशमणि ने विश्व को ज्ञान से किया प्रकाशित – ब्रम्हा कुमारी उमा बहन
हरपुर में प्रजा पिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में मनाया गया स्मृति दिवस
हरपुर में प्रजा पिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में मनाया गया स्मृति दिवस
ओवर ऑल देखा जाये जो क्रिटिक्स को भी अक्षरा का यह गाना पसंद आ रहा है
18 अगस्त 1942 को ही हो गया था आजाद, द्वाबावासियों के लिए गौरव का दिन
अगस्त क्रांति 1942 की स्मृति में शहीदों को नमन करते हुए दीप प्रज्वलित किया
बलिया के सिकंदरपुर स्थित गांधी इंटर कॉलेज में भी उन्होंने बतौर शिक्षक अपनी सेवाएं दी. उन्हीं की बदौलत वहां शाखाएं लगनी शुरू हुईं.
विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के अवसर पर विशेष
बलिया की धरा देवी देवता ऋषियों मुनियों की बदौलत जानी जाती है. जी हां, बात कर रहे है शंकर महादेव के मंदिरों की. वैसे तो हर शिवालयों का अलग ही महत्व है.
रितेश बोले, नंदी की सवारी करने वाले मेरे आराध्य देव सबकी दुख हरते हैं और दुनिया में आये कोरोना से भी बाबा निजात दिलायेंगे.
फिल्म के पोस्टर में भी लिखा है – जब तक रही सूरजवा के बेटिया, तब तक रही लिट्टी – चोखा.
राजा सुरथ ने वही रुककर आस पास के लोगों के प्रयास से लगभग चौदह किलोमीटर की खुदाई कर सुरहताल का निर्माण करवाया.