बकुल्हाः न एक्सप्रेस ट्रेनें रूकीं, न जनता मानी

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जयप्रकाशनगर (बलिया) से लवकुश सिंह 

LAVKUSH_SINGHसुरेमनपुर और मांझी के बीच स्थित बकुल्हा रेलवे स्टेशन के तकदीर को संवारने की चर्चा वर्षों से चल रही है, किंतु इसकी न तो दशा सुधरी और न ही वर्षों पुरानी इस क्षेत्र की जनता की मांग पूरी हो सकी. यहां एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव की मांग भी विगत डेढ़ दशक से हो रही है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब रेल मंत्री हुआ करते थे तब से लेकर आज तक इस मांग को लेकर स्थानीय क्षेत्र के लोग प्रयास करते रहे, किंतु न यहां वो एक्सप्रेस ट्रेनें रूकी न लोगों का स्वर ही धीमा पड़ा. आज भी क्षेत्रीय जनता अपने उसी मांग के सांथ एक बार फिर हाजिर हैं.

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बकुल्हा रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव को लेकर क्षेत्रीय लोगों ने उस समय रेल चक्काजाम कर अपना आवाज बुलंद किया था, जिस दिन जेपी जयंती थी और जयप्रकाशनगर में जमावड़ा होना था. इसी दिन तत्कालीन रेल मंत्री रहे नीतीश कुमार जयप्रकाश नगर आ रहे थे. तब हजारों लोगों ने बकुल्हा रेलवे स्टेशन का नाम जयप्रकाशनगर करने और यहां महत्वपूर्ण एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव सुनिश्चित करने के लिए नीतीश कुमार का घेराव भी किया था. तब लागों की इस मांग पर नीतीश कुमार ने बकुल्हा स्टेशन पर मात्र एक जेपी जीवन फलक बोर्ड लगा कर मामले को विराम दे दिया.

एक बार फिर वही मांग जनता की जुबान पर ताजी हो चली है. 23 अक्टूबर को रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा जिले में होंगे. जयप्रकाशनगर क्षेत्र के दलजीत टोला निवासी जैनेन्द्र कुमार सिंह, शिक्षक शिवदयाल यादव, भवन टोला निवासी सुखदेव सिंह, ठेकहा निवासी दीपू सिंह, अठगांवा निवासी हरेकृष्ण सिंह, टोला शिवन राय निवासी राघवेंद्र सिंह, पिंटू यादव, सत्येंद्र यादव, टोला रिसालराय निवासी शिक्षक रामकुमार सिंह, रामपुर कोड़रहा के ग्राम प्रधान दशरथ यादव, चांददियर के ग्राम प्रधान विनोद यादव सहित सैकड़ों लागों ने इस बात पर बल दिया है कि अब जब गाजीपुर के सांसद मनोज सिन्हा रेल राज्यमंत्री है, तो भी यह स्टेशन उपेक्षित है.

बिहार की ओर से यूपी का पहला स्टेशन है बकुल्हा

बिहार की ओर से इस रूट पर यात्रा करने पर यूपी का यह पहला स्टेशन व यूपी की ओर से यात्रा करने पर यूपी का आखिरी स्टेशन पड़ता है. इस स्टेशन के विषय में रेल मंत्री को विशेष रूप से सोचना चाहिए. कहते हैं यह स्टेशन लोकनायक जयप्रकाश नारायण की यादों से भी जुड़ा है. इसी स्टेशन से उतर कर जेपी अपने गांव सिताबदियारा जाया करते थे. यहां एक्सप्रेस ट्रेनों की ठहराव के लिए तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव को भी क्षेत्रीय लागों ने कई पत्रक दिए थे किंतु इस पर कोई अमल नहीं हो पाया.

वर्तमान में जयप्रकाशनगर, सिताबदियारा, बड़का बैजू टोला, इब्राहिमाबाद नौबरार, कर्ण छपरा, लक्ष्मण छपरा, शोभा छपरा, टोला शिवन राय, टोला बाजराय, टोला फकरू राय, चांददियर, टेकहा, बकुल्हा, नरहरी धाम, नवका टोला सहित तमाम गांवों के लागों को स्टेशन करीब रहते हुए भी लंबी दूरी का ट्रेन पकड़ने घर से काफी दूर छपरा या सुरेमनपुर जाना पड़ता है. इस क्षेत्र के लगभग डेढ लाख की अबादी को आज भी वही इंतजार है कि यहां अब तो उनकी इस समस्या का हल निकाल दे सरकार.