बवंडर संग बारिश ने किया बत्ती गुल, सड़क पर उतरे लोग

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बलिया। लगातार हो रही बारिश और तेज हवा ने लगभग पूरे जिले में आपात स्थिति पैदा कर दी है. जगह-जगह बड़े पेड़ों के गिर जाने से सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं तो बिजली गुल होने से पानी का संकट खड़ा हो गया है. सड़कें ही नहीं, कालोनियों व घरों तक मे पानी जमा हो गया है. कच्चे मकान ध्वस्त हो गए तो दुकानों में रखे सामान बारिश की भेंट चढ़ गए.

बहादुरपुर व जीराबस्ती क्षेत्र में तीन दिनों से अपूर्ति ठप है. इस जिले के प्रभारी स्वयं उर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा हैं, इसके बावजूद भी बिजली का बेपटरी रहना लोगों को काफी खल रहा है. हर तहसील क्षेत्रों में भी बिजली के लिए हाहाकार मचा है. शहर के मोहल्लों में भी वही हाल है. बिजली विभाग तमाम तरह की व्यवस्था करने का दावा भले ही करता है लेकिन अभी तक जिले में ऐसे इंतजाम नहीं किए गए है कि खराब मौसम में भी गांव से शहर तक की बिजली आपूर्ति की जा सके.

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बिजली आपूर्ति ठप होने के विरोध में शहर में सड़क जाम

प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना के तहत बिजली को ठीक करने की जिम्मेदारी विभाग की थी. ज्यादा समस्या पेड़ों के टहनियों से गुजरते तारों के चलते उत्पन्न हुई है. बारिश के बीच तेज हवा के कारण पेड़ों की टहनियां टूट कर नीचे गिरते वक्त तारों को भी तोड़ दी हैं. विभाग को पहले से पता था कि कहां-कहां बिजली के तार पेड़ों के बीच से गुजर रहे हैं, इसके बावजूद भी समय रहते उसकी छंटनी नहीं कराई गई. बिजली व्यवस्था ठप होने से परेशान नगर के लोगों ने एससी कालेज के बाद सड़क को भी जाम किया. सभी का कहना था कि विभाग बिजली को पूरे गर्मी ठीक नहीं रख पाया. शहर के हर मोहल्ले में हर 10 मिनट पर बिजली ट्रिप करती है. इधर बरसात शुरू होते ही पूरी व्यवस्था की पोल ही खुल गई है. सूरज तिवारी के नेतृत्व में जाम करने वाले युवाओं ने कहा कि विभागीय अधिकारी नगर की बिजली समस्या पर बिल्कुल ही गंभीर नहीं है.

ट्रेनों के आवागमन पर भी पड़ा बारिश का असर

बलिया में शुक्रवार की रात तेज हवा के साथ हुई जोरदार बरसात का असर रेल आवागमन पर भी पड़ा. रेलवे ट्रैक पर दो अलग-अलग जगहों पर पेड़ के गिर जाने के कारण दो ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ. बिहार के किशनगंज से चलकर अजमेर जा रही 15715 अप गरीब-नवाज एक्सप्रेस रात करीब नौ बजे चिलकहर स्टेशन से गुजर रही थी. इसी बीच रसड़ा-चिलकहर के बीच किलोमीटर 20/8 के पास रेल पटरी के किनारे गिरे पेड़ की टहनियां ट्रैक पर पड़ी थी. बारिश के बीच चालक की नजर टहनियों पर पड़ी तो उसने कंट्रोल रुम को अवगत कराया. कुछ देर तक ट्रेन खड़ी रही इसके बाद कुछ ग्रामीणों की मदद से चालकों ने पेड़ की डाल को हटाया. इसके बाद रात करीब 9.42 बजे ट्रेन रसड़ा रेलवे स्टेशन पर पहुंची. इसी क्रम में जयनगर से चलकर अमृतसर को जा रही 18649 अप सरयू-जमुना एक्सप्रेस शुक्रवार की रात करीब 12.35 बजे रसड़ा रेलवे स्टेशन से मऊ के लिये चली. इसी बीच रसड़ा-मऊ मार्ग पर रजमलपुर हाल्ट से कुछ दूर पहले किलोमीटर 24/0 व 24/02 के पास पेड़ रेल पटरी पर गिरे थे. ट्रेन के चालकों ने गाड़ी खड़ा करने के बाद इस मामले से कंट्रोल रुम व अधिकारियों को अवगत कराया. जानकारी होने के बाद रात में ही रेलकर्मी मौके पर पहुंचे तथा दोनों जगहों पर गिरे पेड़ों को काटकर रास्ता साफ किया. इसके बाद करीब तीन घंटे तक खड़ी सरयू-जमुना एक्स. रात 3.20 बजे रवाना हो सकी.

रेवती-सहतवार मार्ग पर पॉवर हाउस के सामने धरना प्रदर्शन

रेवती नगर क्षेत्र में पिछले कई दिनों से विद्युत आपूर्ति ठप है. नतीजतन आक्रोशित नागरिकों ने रेवती-सहतवार मार्ग पर पॉवर हाउस के सामने धरना प्रदर्शन के पश्चात चक्का जाम कर दिया. इससे सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई. लगभग दो घंटे बाद मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष संजय कुमार त्रिपाठी ने विद्युत विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर विद्युत आपूर्ति बहाल किए जाने का आश्वासन दिया. इस मौके पर सुनील सिंह, सुशील पटेल, सोनू पटेल, मिन्टू सिंह, मनोज कुंवर, दीपक आदि मौजूद थे.

बैरिया के 72 ग्राम पंचायतों में दस दिन से अंधेरा

बैरिया तहसील क्षेत्र के नगर पंचायत सहित 72 ग्राम पंचायतों में 10 दिन से अंधेरा पसरा हुआ है. वहीं विद्युत उपकेंद्र पर शुक्रवार से ही ताला लटका हुआ है. शिकायत करने पहुंच रहे उपभोक्ताओं का सुनने वाला कोई नहीं है. इसको लेकर दर्जनों विद्युत उपभोक्ताओं ने उपकेंद्र के प्रांगण में शनिवार को धरना-प्रदर्शन कर विद्युत विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. विद्युत उपकेंद्र ठेकहां, जयप्रकाशनगर, बैरिया नवीन व बैरिया देहात, रेवती, सोनवानी से संबद्ध सैकड़ों गांव अंधेरे में डूबे हैं. लगातार बारिश के बाद बिजली के तार टूटकर जमीन पर लटक गए हैं. हालांकि बिजली व्यवस्था ठीक करने के लिए विभागीय कर्मी लगे हुए हैं, लेकिन व्यवस्था अभी पटरी पर नहीं आई है. दुर्जनपुर, तालिबपुर, हनुमानगंज, श्रीनगर, दलछपरा,करमानपुर, सोनबरसा, भोजापुर, इब्राहिमाबाद, दलपतपुर सहित दो दर्जन गांवों में 50 से 60 विद्युत खंभे व तार टूट कर गिरे हुए है.

रतसर, सिकन्दरपुर, खेजुरी, मालदह, कडसर उपकेंद्रों की विद्युत आपूर्ति बाधित

विद्युत उपकेंद्र रतसर से पुर, पकड़ी, पहराजपुर, मिसरौली, अक्छी, जलालपुर, खवाशपुर, सरया सहित और भी बहुत ऐसे गांव है, जहां विगत पांच दिनों से विद्युत आपूर्ति ठप है. ध्रुव जी सेवा संस्थान के सचिव भानु प्रकाश सिंह ने पुर फीडर के साथ हो रहे सौतेले व्यवहार से तंग आकर एमडी को पत्र देकर इस बात की शिकायत की है. उधर तार टूटने के कारण सिकन्दरपुर, खेजुरी, मालदह, कडसर उपकेंद्रों की विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई है. खेजुरी उपकेंद्र से जुड़े गांवों में बहेरी में एचटी तार गुरुवार से ही गिरा पड़ा है. नगर पंचायत सिकन्दरपुर के सभी वार्डों में पिछले चार दिनों से आपूर्ति प्रभावित है.