मन्त्रोच्चार के बीच हुआ सुदिष्ट बाबा के धनुषयज्ञ मेला के लिए भूमि पूजन

This item is sponsored by Maa Gayatri Enterprises, Bairia : 99350 81969, 9918514777

यहां विज्ञापन देने के लिए फॉर्म भर कर SUBMIT करें. हम आप से संपर्क कर लेंगे.

इस बार सीसी कैमरे की जद में होगा आश्रम परिसर

महिलाओं के लिए दो अलग-अलग स्थानों पर 35 शौचालय सेट लगेगे
12 दिसम्बर से 31 दिसम्बर तक चलेगा पूर्वांचल का प्रसिद्ध धनुषयज्ञ मेला
बैरिया(बलिया)। संत सुदिष्ट बाबा के आश्रम परिसर में लगने वाले धनुषयज्ञ मेला के लिए प्रधान/मेला प्रबंधक जनक दुलारी देवी ने गुरुवार को अपने सहयोगियो के साथ आश्रम पर पहुंचकर कर पं त्रिवेणी तिवारी व पं बबलू तिवारी के मंत्रोच्चार के बीच परम्परागत भूमि पूजन किया. भूमि पूजन के उपरांत संत सुदिष्ट बाबा के समाधि और उनके द्वारा बनवाए गए शिवालय पर विधिवत पूजन अर्चन किया.
धनुष यज्ञ मेला अगहन शुक्ल पक्षीय पंचमी 12 दिसम्बर से शुरू होकर 31 दिसम्बर तक चलेगा.
इस अवसर पर मेला प्रबंधक जनक दुलारी देवी मेला प्रबंध समिति के सदस्यों के साथ मेला स्थल व परिसर में लगे अश्व मेला का निरीक्षण कर आए व्यापारियों से उनकी सुविधाओ के बावत जानकारी ली. बताया अश्व मेला में मेला प्रबंधन की तरफ से स्वच्छता, पेयजल और प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था की गई है. साथ ही व्यापारियों व अश्व पालकों की सुविधा के लिए कैम्प लगा कर वहां मेला प्रबंध समिति के चार- पांच सदस्य निरंतर उपस्थित रह रहे है.

भूमि पूजन के साथ ही मेला क्षेत्र के लिए किसानों से ली गई जमीन पर अब चाट कटने का काम भी शुरू हो गया. 24 चौक और 56 गलियो वाला यह मेला आकर्षक नगर के रूप में बसाया जाता है.

मेला प्रबंधक जनक दुलारी देवी ने बताया कि इस साल मेले मे स्वच्छता व शौचालय के लिए पिछले साल से और भी बेहतर सुविधा दी जा रही है. खास यह कि सुदिष्ट बाबा आश्रम परिसर पूरी तरह सीसी कैमरे की जद में होगा. ऐसा पिछले वर्षों पंचमी के दिन होने वाले पाकेटमारी से सुरक्षा के दृष्टिगत व्यवस्था किया जा रहा है. मेले मे आने वाले व्यापारियो की सुविधाओ का विशेष ध्यान रखा जाएगा. इस अवसर पर पूर्व प्रधान गौरीशंकर गुप्त, हृदया नंद सिंह, बच्चालाल प्रसाद, ग्राम पंचायत सचिव बृजलाल वर्मा, मंगल मिश्र, रामदेव सिंह डिग्री सिंह, राजन सिह, विवेक पाल, संजू गुप्ता, युवा व्यापार मंडल अध्यक्ष रोशन गुप्त, सुनील भारती आदि काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे.