स्वतन्त्र भारत की शिक्षा को राष्ट्रीय चरित्र प्रदान कर रही विद्या भारती : उपेन्द्र तिवारी

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नागाजी सरस्वती विद्या मन्दिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय माल्देपुर में ज्ञान विज्ञान मेला का शुभारम्भ

बलिया। भारत की प्राचीन सांस्कृतिक धरोहर के साथ – साथ अति आधुनिक वैज्ञानिक तकनीकी के पारस्परिक समन्वय के आधार पर शिक्षा का नवीन प्रारूप निर्मित करके ही भारत वैश्विक मानवता का मार्गदर्शन कर सकेगा. विद्याभारती इसी परिकल्पना को साकार करने की दिशा में प्रयत्नशील है. उक्त विचार नागाजी सरस्वती विद्या मन्दिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय माल्देपुर में विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र द्वारा आयोजित क्षेत्रीय ज्ञान-विज्ञान मेला के उद्घाटन सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में क्षेत्रीय संगठन मंत्री डोमेश्वर साहू ने व्यक्त किया.
समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए प्रदेश सरकार के मंत्री उपेन्द्र तिवारी ने कहा कि विद्या भारती ने स्वतन्त्र भारत की शिक्षा को राष्ट्रीय चरित्र प्रदान किया है. आज विद्या भारती द्वारा निर्मित छात्र-छात्राओं की पीढी विश्वगुरू बनने की ओर बढते भारतीय रथ के मजबूत चक्र सिद्ध हो रही है. उत्कृष्ट वैज्ञानिक प्रगति और संस्कार युक्त शिक्षा के लक्ष्य की प्राप्ति ज्ञान विज्ञान मेला की परम्परा को सरल बनाएगी. विद्या भारती आज पूरे देश में भारतीय संस्कृति से ओत-प्रोत, वर्तमान चुनौतियों का सामना करने वाली अत्याधुनिक शिक्षा के प्रसार में तत्परता से तल्लीन है.


मां सरस्वती, भारत माता तथा भगवान ॐ की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर तथा पुष्पार्चन करके मुख्य अतिथि तथा अन्य अधिकारी गण ने कार्यक्रम का शुभारम्भ किया. कार्यक्रम में अध्यक्षीय आशीर्वचन देते हुए सकलदीप राजभर ने कहा कि आज देश व समाज में इस तरह के विद्यालयों की महती आवश्यकता है ताकि शिक्षा के साथ-साथ संस्कार व अनुशासन का भी पाठ पढाया जाता रहे. सकलदीप राजभर जी ने विद्यालय में रज्जू भैया सभागार (विशाल कक्ष) का शिलान्यास भी किया.
अतिथिगण का परिचय व स्वागत नागाजी माल्देपुर के प्रधानाचार्य अरविन्द कुमार सिंह चैहान द्वारा किया गया. नागाजी सविम माल्देपुर के प्रबन्धक डाॅ प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ने समस्त आंगुतकों के प्रति आभार प्रकट किया.


इस अवसर पर राम मनोहर जी, आत्मानन्द सिंह, अक्षय कुमार ठाकुर,रामजी सिंह, जगदीश सिंह, डाॅ0 प्रदीप कुमार श्रीवास्तव सहित पूर्वी उप्र क्षेत्र के अन्य अधिकारी प्रान्त प्रमुख, प्रधानाचार्य तथा आचार्य गण के साथ साथ 650 प्रतिभागी भैया/बहन उपस्थित रहे. कार्यक्रम का संचालन डाॅ. राजेन्द्र पाण्डेय ने किया.