स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस में बम की ‘सूचना’ से सुरेमनपुर से बनारस तक हड़कंप

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सुरेमनपुर/बलिया/वाराणसी। शुक्रवार की रात जयनगर से दिल्ली जाने वाली गाड़ी संख्या 12561 स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस में जीआरपी छपरा के एस्कॉर्ट स्टॉफ को कोच संख्या एस-2 में जांच पड़ताल के दौरान एक लावारिस सूटकेस मिला. उसमें से बीप-बीप की आवाज आने लगी. इससे बम होने के अंदेशे पर यात्रियों में हड़कंप मच गया. आनन फानन सुरक्षा दस्तों ने आसपास के लोगों को हिदायत देकर सूटकेस के पास से हटाया. इसी बीच जीआरपी के जवानों ने सूटकेस को सुरक्षा कारणों से चलती गाड़ी से सुरेमनपुर और बांसडीह रोड स्टेशन के बीच गाड़ी के बाहर फेंक दिया गया.

सुरेमनपुर प्रतिनिधि के मुताबिक अटैची में विस्फोटक सामग्री होने का संदेह होने के बाद जीआरपी के जवानों ने स्थानीय पुलिस को भी इसकी सूचना दी. बैरिया क्षेत्राधिकारी मय फोर्स अटैची को खोजने के लिए रात भर हांफते रहे, लेकिन पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं लगा. क्षेत्राधिकारी उमेश कुमार यादव ने बताया कि शुक्रवार की रात लगभग 10 बजे स्वतंत्रता सेनानी सुपर फास्ट एक्सप्रेस में एस्कॉर्ट  कर रहे जीआरपी के जवानों द्वारा सूचना दी गई कि ट्रेन में एक लावारिस अटैची मिली थी. संदेह होने पर जीआरपी जवानों को लगा कि इसमें विस्फोटक सामग्री हो सकती है. इसके बाद जीआरपी के जवानों ने यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अटैची को सुरेमनपुर-बांसडीह रोड स्टेशन के बीच कहीं ट्रेन के बाहर फेंक दिया और इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को भी दी. सूचना मिलते ही बैरिया, हल्दी, दोकटी रेवती सर्किल के सभी थानों के एसएचओ, थान प्रभारी मयफोर्स के साथ सुरेमनपुर रेलवे स्टेशन से लेकर सहतवार स्टेशन तक पटरियों के किनारे चारों तरफ ढूंढे, परन्तु वह लवारिस अटैची नहीं मिल पाई. इसके बाद जीआरपी के जवानों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि रात के अंधेरे में अटैची कहां पर फेंका, यह बता पाना नामुमकिन है. नतीजतन पुलिस फोर्स खाली हाथ लौट गई. 

बलिया प्रतिनिधि के मुताबिक कंट्रोल के निर्देश पर बम होने की आशंका पर मॉडल रेलवे स्टेशन पर स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस को एक घण्टे रोककर आरपीएफ़, जीआरपी, कोतवाली पुलिस, डॉग स्क्वायड की सयुंक्त टीम ने सघन चेकिंग की. इस अभियान में कुछ नहीं मिलने पर गाड़ी को आगे बढ़ाया गया. इस दौरान यात्री भी सहमे रहे. इसके अलावा टीम ने राजधानी को भी चेक किया. कुछ नहीं मिलने पर गाड़ी को रवाना किया.

वाराणसी प्रतिनिधि के मुताबिक फिर मुख्य सुरक्षा आयुक्त गोरखपुर राजाराम के आदेश पर गाड़ी को स्निफर डॉग टीम से बनारस में गाड़ी रोककर पूरी गाड़ी को चेक किया गया. इस दौरान बगल के कोच में सो रहे यात्री मोहम्मद निवासी जोगिया, थाना पुपरी, जिला सीतामढ़ी, बिहार ने बताया कि सूटकेस उसका था. वह नमाज पढ़ने के लिए रात का अलार्म लगाया था, लेकिन भूल से मोबाइल को सूटकेस में रख कर लॉक कर दिया और पहले जिस कोच में बैठा था, वहीं सूटकेस छोड़कर अगले कोच में अपने बर्थ पर जाकर सो गया. एक यात्री की छोटू सी भूल के चलते ट्रेन सवार मुसाफिरों की जान पर बन आयी थी. आम लोगों की सुरक्षा में मुस्तैद सुरक्षा कर्मी और अफसर भी बेवजह हलकान हुए.