साहित्यकार डॉ. जनार्दन राय व न्यायिक अधिकारियों ने हिंदी के विकास पर दिए सुझाव

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हिंदी सप्ताहिक गोष्ठी का समापन

बलिया। दीवानी न्यायालय के सेंट्रल हॉल में प्रभारी सत्र न्यायाधीश विनोद कुमार सिंह की अध्यक्षता में हिंदी सप्ताहिक गोष्ठी का समापन हुआ. कार्यक्रम का शुभारंभ न्यायिक अधिकारियों ने दीप जलाकर किया.
प्रभारी सत्र न्यायाधीश श्री सिंह ने कहा कि जिस तरीके से हमारे शरीर में आंख एक महत्वपूर्ण अंग है, उसी प्रकार हिंदी भी हमारे सामाजिक जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है. धीरे-धीरे न्यायालयों में भी अधिकतर आदेश हिंदी में होने लगे हैं. प्रयास रहता है कि अधिकांश कार्य हिंदी में ही हो. साहित्यकार डॉ. जनार्दन राय ने हिंदी के विकास के लिए विशेष रूप से युवाओं को आगे आकर सकारात्मक दिशा में कार्य करने की जरूरत बताई. न्यायाधीश परिवार न्यायालय आलोक पराशर, चंद्रभानु सिंह, राकेश कुमार (नोडल अधिकारी) के अलावा एडवोकेट देवेंद्र कुमार दुबे, प्रदीप सिंह कौशिक, ममता तिवारी ने हिंदी के विकास पर अपने सुझाव दिए. कार्यक्रम में न्यायाधीश बीके लाल, रणविजय सिंह, अमित मालवीय, दयाराम सीजेएम, आजाद एसीजेएम प्रथम, रमेश कुशवाहा के अलावा यशपाल, अनुज ठाकुर, विमलेश सरोज, विजयभान, मृत्युंजय कुमार, अविनाश मिश्र आदि मौजूद थे. संचालन एडवोकेट अशोक कुमार ओझा ने किया.