चिलकहर में गुरिल्ला युद्धः पथराव न रुकने पर हवाई फायरिंग

This item is sponsored by Maa Gayatri Enterprises, Bairia : 99350 81969, 9918514777

यहां विज्ञापन देने के लिए फॉर्म भर कर SUBMIT करें. हम आप से संपर्क कर लेंगे.

बलिया। एससी/एसटी एक्ट में बदलाव के विरोध में पूर्व घोषित तिथि पर गुरुवार को भारत बंद का असर जिले के हर क्षेत्र में रहा. सुबह से ही जगह-जगह युवाओं की टोली सड़क पर टायर जलाकर, पैदल घूमते हुए केंद्र सरकार के विरूद्ध नारे लगा रही थी. जिले में कई जगह आगजनी, तोड़फोड़ और चक्काजाम की खबरें आईं.

माल्देपुर, दरामपुर, मुबारकपुर, सागरपाली, जलालपुर, हैबतपुर में भी प्रदर्शन

शहर से सटे माल्देपुर मोड़ पर एससी/एसटी एक्ट के विरोध में क्षेत्रवासियों ने मोदी का पुतला का दहन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान एनएच 31 पर टायर जला कर विरोध प्रदर्शन किया. इसके अलावा दरामपुर, मुबारकपुर, सागरपाली, जलालपुर, हैबतपुर में भी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन हुआ. इस दौरान नकुल राय ने कहा कि यह वही स्थान है, जहां 2014 के चुनाव में मोदी ने आखिरी चुनावी रैली में भाग लिया था. इसी जगह उमड़ी भीड़ को देख सरकार बनाने की घोषणा की थी. इसी स्थान पर मोदी ने अपनी महत्वाकांक्षी योजना उज्ज्वला की भी शुरुआत की थी. आज इसी स्थान पर हम सभी मोदी का पुतला फूंक सरकार के अंत का हुंकार भरते हैं. यह भृगु की धरती है यहां के लोग सम्मान करना और समय पर अपमान करना भी जानते हैं.

बलिया सदर के भाजपा विधायक आनंद स्वरूप शुक्ल ने एससी/एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध पर कहा कि यह विरोध बेवजह है. प्रधानमंत्री मोदी हमेशा सर्व समाज की बात करते हैं.  इस एक्ट से किसी को क्या परेशानी है? कोई क्यों फर्जी मुकदमा दर्ज कराएगा? सब कुछ मनगढ़ंत मान लेने से देश नहीं चलता. देश सर्व समाज से चलता है. सरकार ने कोई निर्णय गलत नहीं लिया है.

पथराव को देखते हुए पुलिस ने किया लाठी चार्ज

एससी/एसटी के विरोध में भारत बंद के दौरान दोपहर में चिलकहर रेलवे स्टेशन के समीप का मोड़ लगभग तीन घंटे तक रण क्षेत्र बना रहा. प्रदर्शनकारियों ने बलिया-रसड़ा मार्ग के मुख्य सड़क पर चक्का जाम कर आवागमन ठप कर दिया. यह जाम ही बवाल का कारण बना. हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर ही टायरों में आग लगा दी, जिससे मामला और बिगड़ता चला गया. चक्का जाम समाप्त कराने के लिए एसडीएम रसड़ा ज्ञान प्रकाश यादव, सीओ कृष्णपाल सिंह तथा इंस्पेक्टर ज्ञानेश्वर मिश्र सहित एसओ गड़वार राम सिंह भी मौके पर पहुंच गए. प्रशासनिक अफसरों से वार्ता के दौरान ही बात बिगड़ गई और पथराव शुरू हो गया. पथराव के दौरान गड़वार थाने की पुलिस जीप को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. जबकि थानाध्यक्ष रामजी सिंह भी चोटिल हो गए. मामलों को गंभीर देखते हुए एसडीएम सदर अश्वनी कुमार तथा सीओ सदर अवधेश चौधरी तथा विभिन्न थानों की फोर्स भी वहां पहुंच गई. अनियंत्रित भीड़ को नियंत्रित करने तथा पथराव को देखते हुए पुलिस ने लाठी चार्ज करते हुए आंसू गैस के गोले छोड़े. उसके बाद भी पथराव न रूकने पर पुलिस ने कई राउंड हवाई फायरिंग की. पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच गुरिल्ला युद्ध के दौरान कुछ प्रदर्शनकारी भी चोटिल हुए जो वहां से भाग गए. लगभग 200 सौ प्रदर्शनकारी जान बचाने की चक्कर में अपनी साइकिल व बाइक छोड़कर भाग खड़े हुए, जिन्हें पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया. घंटों बाद बलिया-रसड़ा मार्ग पर वाहनों का आवागमन शुरू हो सका. शांति व्यवस्था हेतु कई थानों की पुलिस वहां तैनात कर दी गई है, जो बराबर चक्रमण कर रही है.

The shutdown #BharatBandh had a strong impact in #Ballia, where bandh supporters blocked traffic in the town and on the national highway. They also burnt tyres at many places and clashed with policemen who tried to stop them