बारिश के बीच प्रभारी मंत्री ने बांटी राहत सामग्री

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बिना किसी भेदभाव के हर एक परिवार को मिले राहत सामग्री

पशुओं का टीकाकरण, चारा व चिकित्सकों को ततपर रहने के दिए निर्देश

बैरिया(बलिया)। ऊर्जा मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा ने बैरिया तहसील क्षेत्र के सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया. उन्होंने गोपालनगर व वशिष्ठनगर के कुल 900 बाढ़पीड़ित परिवारों में राहत सामग्री का वितरण किया. प्रशासनिक अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि एक भी बाढ़पीड़ित राहत सामग्री से वंचित नहीं होना चाहिए. बिना भेदभाव के सबका सहयोग किया जाए. यही मुख्यमंत्री जी की मंशा है. उन्होंने पीड़ितों से पूछकर बाढ़ राहत एवं बाढ़ चौकी पर उपलब्ध सुविधाओं के बारे में सत्यापन भी किया.


राहत सामग्री देने से पहले ऊर्जा मंत्री ने राहत सामग्री के पैकेट को खुलवाकर चेक किया. बेहतर गुणवत्ता की सामग्री होने के बाद ही पीड़ितों में राहत सामग्री का पैकेट व 10 किलो आलू का वितरण किया. प्रशासनिक अधिकारियों को दो टूक संदेश दिया कि किसी भी बाढ़ पीड़ित को कोई तकलीफ नहीं होनी चाहिए.
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि पूरी सरकार बाढ़ पीड़ितों की सेवा में लगी है. मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री तक बाढ़ प्रभावित इलाकों में स्वयं जा रहे हैं. बिना भेदभाव के सभी पीड़ितों को रात सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है.
ग्रामीणों से पूछा कि मिट्टी तेल का वितरण हुआ है या नहीं. कुछ लोगों द्वारा वितरण नहीं होने की शिकायत पर सप्लाई इंस्पेक्टर को तलब किया. चेतावनी भरे शब्दों में कहा कि सभी पीड़ित परिवार को तीन लीटर के हिसाब से शीघ्र वितरण कर दिया जाए. इस आपदा की स्थिति में तनिक भी लापरवाही पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है.


संक्रामक बीमारियों से रोकथाम के हों प्रभावी उपाय

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि राहत कैंपों में डॉक्टर के साथ पशु चिकित्सक भी उपस्थित रहें. पशुओं का टीकाकरण लगातार किया जाए. लोगों के बीच दवा का वितरण होता रहे. बाढ़ के पानी के जाने के बाद फैलने वाली बीमारियों से रोकथाम के प्रभावी उपाय किए जाए. बाढ़ चौकी पर स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक के नहीं बैठने की शिकायत पर चेतावनी दी. कहा कि जिनकी ड्यूटी लगती है अगर वह नहीं बैठते है तो सख्त कार्रवाई की जाए.

…जब गांव में अचानक रुक कर जानी जमीनी सच्चाई

राहत सामग्री वितरण कर वापस आते समय ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा की गाड़ी अचानक गोपालनगर गांव के एकाध घरों के पास जाकर रुक गई. जमीन पर ही बैठी एक महिला से मंत्री जी सरकारी योजनाओं की सच्चाई जानने लगे. पता चला कि पात्र होने के बावजूद योजनाओं के लाभ से वंचित हैं. गांव के सचिव के साथ इसके जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी की जवाबदेही तय करने के निर्देश दिए. मौके पर मौजूद तीन-चार छोटे बच्चों से पढ़ाई के बाबत पूछी तो एक ने प्राइवेट स्कूल में जाना बताया. लोगों ने बताया कि सुदूर क्षेत्र में होने के नाते इधर के परिषदीय विद्यालयों में अध्यापक कभी-कभार ही आते है. इसका समर्थन विधायक सुरेंद्र सिंह ने भी कर दिया. इस पर मंत्री ने नाराजगी जताई. कहा कि नए अध्यापकों की भर्ती के बाद अध्यापकों की कमी दूर कर सभी स्कूलों में उपस्थिति भी सुनिश्चित कराई जाए. बाढ़ का पानी जाने के बाद भी ऐसी शिकायत मिली तो उन अध्यापकों के साथ जिम्मेदार अधिकारी भी नहीं बचेंगे.
रास्ते मे रुक शिवाल मठिया के ग्रामीणों से मिले

राहत सामग्री का वितरण कर वापस लौटते समय ऊर्जा मंत्री शिवाल मठिया गांव के पास कुछ ग्रामीणों को देखकर रुके. ग्रामीणों ने बताया कि अभी राहत सामग्री नहीं मिली है. मंत्री ने तत्काल उन सभी गांव में राहत सामग्री बांटने को कहा, जो पानी से पूरी तरह घिर गए हैं। अपर जिलाधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को इन गांवों में राहत सामग्री बंटना है.

ये रहे साथ
विधायक सुरेंद्र सिंह, डीएम भवानी सिंह खंगारौत, एसपी श्रीपर्णा गांगुली, एडीएम मनोज सिंघल, भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद शंकर दूबे, जिला महामंत्री जेपी साहू, एसडीएम लालबाबू दूबे, तहसीलदार गुलाब चंद्रा, प्रधान प्रदीप यादव, बच्चा यादव, सुशील चौरसिया आदि साथ रहे.