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पिछले 49 घंटे से रानीगंज बाजार की बिजली गुल
पानी, मोबाइल, लैपटाप चार्ज के लिए आपाधापी
नेताओं का बयान, कर्मचारियों की दुर्गति, संसाधनो का अभाव
बैरिया(बलिया)। पिछले 48 घंटे से भी अधिक समय से रानीगंज बाजार की बिजली गुल है. यह वही रानीगंज बाजार है जो विद्युत उपकेन्द्र बैरिया को रिकार्ड राजस्व देता है. जब भी विभाग पर विद्युत बिल की वसूली का कुछ खास लक्ष्य दिया जाता है तो इस बाजार के व्यवसायी उस लक्ष्य को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। यहां बिजली के लिए आफत मची हुई है. कोई स्नान नही किया तो किसी के कपड़े साफ नहीं हुए. कुछ लोगों के मोबाइल, लैपटाप स्विच आफ है. ऐसा नहीं है कि विभाग के जेई और कर्मचारी हाथ पांव नहीं मार रहे हैं. लेकिन करें भी तो क्या करें. संसाधन का अभाव है. बिजली महकमा ही ऐसा है कि इसका गटकना कहीं बाद में पता चलता है. बाजार में लटके तार जर्जर हैं. कागज पर कई बार बदले जा चुके हैं. खम्भे पर वही के वही हैं. कई जगह तो तारों पर से दो तीन लड़ियां खोल कर कई जगह का ऐसा ही मिलाकर नया तार बना कर काम चलाया जा रहा है. रानीगंज बाजार के पूरब फाटक पर लगे 400 केबीए के ट्रांसफार्मर जब आया तभी उसमे आधा तेल था, जब जब गड़बड़ी होती है उसमें चार पाँच लीटर तेल बलिया से मंगाकर डाल दिया जाता है. अभी खूंटी भी हर दूसरे दिन खराब होती है. अब काम करने वाले कर्मचारी जब खूंटी की मांग करते हैं तो इधर उधर से व्यवस्था होती है. जर्जर खम्भे, जर्जर तार और जर्जर हालत में ट्रांसफार्मर ऐसे में कर्मचारी संसाधन के अभाव में करें भी तो क्या करें ? प्रदेश सरकार का दावा भला छोटे कर्मचारी कैसे कायम रख सकते हैं. बाजार के युवा व्यवसायी आनन्द कुमार सर्राफ की माने तो सीएम को अपने आदेश के साथ अधिशासी अभियन्ता, एसडीओ व ठेकेदार पर कार्वाही सुनिश्चित का सिर्फ आदेश नही पालन की भी व्यवस्था कर देनी चाहिए. फिलहाल रानीगंज बाजार की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था ध्वस्त है.