राहत सामग्री का लूटपाट कर रहे हैं दबंग – राजश्री

This item is sponsored by Maa Gayatri Enterprises, Bairia : 99350 81969, 9918514777

यहां विज्ञापन देने के लिए फॉर्म भर कर SUBMIT करें. हम आप से संपर्क कर लेंगे.

बलिया। भारतीय रिपब्लिकन पार्टी  की जिलाध्यक्ष राजश्री बसंत ने बाढ़ से तबाह हो रहे डेढ़ दर्जन गांवों का दौरा करने के बाद जिला प्रशासन राजनैतिक दलों, स्वयं सेवी संस्थाओं से अनुरोध किया है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जो राहत पहुंचायी जा रही है. उसके बिना किसी भेदभाव  के पीड़ितों तक पहुंचायी जाय. कहा कि उदयपुरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर खतरा मड़रा रहा है.

इसे भी पढ़ें – बाढ़ की विभीषिका पर रिहाई मंच ने उठाए सवाल

उन्होंने आरोप लगाया कि कई बाढ़ प्रभावित गांवों जैसे नौबरार, इब्राहिमाबाद, उदयपुरा बेलहरी, चांदपुर, शिवपुर नम्बरी, शिवपुर दियर, जवहीं कंसपुर आदि गांवों में जो थोड़ी बहुत राहत पहुंच रही है, उससे दलित, गरीब अति पिछड़े वर्ग के लोग वंचित हो रहे हैं क्योंकि क्षेत्रीय दबंगों द्वारा राहत सामग्रियों का बंदरबंाट किया जा रहा है. उन्होंने जिला  प्रशासन से अनुरोध किया है कि राहत सामग्रियों का वितरण दलित, गरीब, अल्पसंख्यकों आदि पीड़ितों तक विशेष प्रशासनिक निगरानी में कराया जाए.

इसे भी पढ़ें – सत्ता परिवर्तन रथ यात्रा के लिए विचार विमर्श

उन्होंने कहा कि ग्राम सभा सोहांव, भरौली, बसंतपुर, लक्ष्मणपुर, पलिया खास, बैरिया, इच्छाचैबे के पुरा, महरेई, मानपुर आदि की दलित बस्तियो का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है. फिर भी इस क्षेत्र में  राहत का काम निर्णय है। लोग सरकारी व सामाजिक  सहायता की बाट जो रहे है. इस क्षेत्र में खाध सामग्री पशु चारा आदि का अभाव साफ-साफ दिखाई दे रहा है.

इसे भी पढ़ें – बाढ़ से हालात अत्यंत गंभीर, अफसरों की छुट्टियां रद्द

दौरे से लौटने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर उन्होंने बाढ़ प्रभावितों की सहायता में तेजी लाने हेतु तत्काल जिला प्रशासन को दवा, खाघ्य सामग्री, त्रिपाल आदि की व्यवस्था करने की मंाग की है. उन्होंने यह भी बताया कि बाढ़ प्रभावित लगभग 30-40 गंावों में विद्युत व्यवस्था बाधित हो गयी है जिससे पूरे क्षेत्र में गांवों में अंधेरा छाया हुआ है. जहां-जहां ऐसी स्थिति है वहां प्रकाश की माकूल व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा तत्काल उपलब्ध कराने की  अपील की है. उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सरकारी राहत को ना काफी ठहराया है. भ्रमण के दौरान सूरज सूरजसमदशी, अमावस राम, सोमनाथ, ललिता देवी, रेनू शर्मा आदि शामिल रहे.

इसे भी पढ़ें – सामाजिक क्रान्ति के जनक थे सन्त नारायण गुरु