मजबूती से हो कटानरोधी कार्य : डीएम

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मनियर क्षेत्र के ककरघट्टा में हो रहे कार्य का किया निरीक्षण

बलिया। घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद तटवर्ती इलाकों की तरफ जिलाधिकारी का विशेष ध्यान हो गया है. मंगलवार को मनियर क्षेत्र के ककरघट्टा में उन्होंने तटवर्ती इलाकों में जाकर कटानरोधी कार्यों का जायजा लिया. उन्होंने बाढ़ विभाग के अधिकारियों को सचेत करते हुए कहा कि कार्य की गुणवत्ता अच्छी हो. यह भी कहा कि स्थानीय ग्रामीणों से राय मशविरा करके भी काम कराएं. जैसे भी हो बंधा और आबादी पूरी तरह सुरक्षित रहनी चाहिए. ग्रामीणों से पूछा तो सभी ने कार्य पर सन्तोष जताया, लेकिन अधिसंख्य मात्रा में लोहे की ही जाली प्रयोग करने की मांग की. जिलाधिकारी ने ग्रामीणों को भी भरोसा दिलाया कि बेहतर गुणवत्ता के कटानरोधी होंगे. किसी भी हालत में बंधे पर कोई खतरा नहीं आने दिया जाएगा.
डीएम ने नदी किनारे हो रहे कार्य को नजदीक से देखा. बोरी में भरे गए ईंट व जाल के सहारे किए जा रहे कार्य सम्बन्धी पूछताछ की. ग्रामीणों ने मांग किया कि नायलॉन की जाली की जगह लोहे की जाली का ही प्रयोग हो, तभी कार्य में मजबूती आएगी. अन्यथा बोरी में भरी जाने वाली ईंट से नायलान की जाली कट जाती है और फिर बोरियां अलग हो जाने के बाद लाखों रुपए से हुए कार्य का कोई फायदा नहीं होता है. जिलाधिकारी ने इस संबंध में विभाग के इंजीनियरों को निर्देश दिया कि जितना संभव हो सके लोहे की जाली का ही प्रयोग किया जाए.
स्थानीय एक अनुभवी नाविक ने बताया कि जहां जरूरत है वहां कार्य नहीं हो रहा है. एक जगह दिखाते हुए बताया कि इन्हीं लोहे की जाली व ईंट भरी बोरियों से अगर वहां छोटा सा ठोकर बन जाए तो धारा मुड़ जाएगी और आबादी से कटान का खतरा टल जाएगा. जिलाधिकारी ने इंजीनियरों से इस बात पर ध्यान देने को कहा. निर्देश दिया कि कटान पीड़ितों से यहां की समस्या से रूबरू होते हुए मजबूती से कार्य कराना सुनिश्चित किया जाए.
अधिशासी अभियंता बाढ़ ने बताया कि पूरी मजबूती से पिचिंग का कार्य किया जा रहा है. भरोसा दिलाया कि कितनी भी तेज धारा आ जाए, जहां कार्य हुआ है वहां उसका असर नहीं पड़ेगा.


शौचालय निर्माण संबंधी जानकारी ली

जिलाधिकारी ने गांव वालों से पुष्कर में शौचालय निर्माण की स्थिति की जानकारी ली. ग्रामीणों को शौचालय बनवा कर 12 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि लेने के बारे में विधिवत जानकारी दी. अधिकांश ग्रामीण भी डीएम की बातों से प्रेरित होकर कटान से राहत मिलने के बाद घर-घर शौचालय बनवाने की बात कही.


मनियर सीएचसी का लिया जायजा

कटानरोधी कार्यों का निरीक्षण करने पहुँचे डीएम भवानी सिंह खंगारौत को जब रास्ते में बड़ा अस्पताल दिखा तो उन्होंने इसके बारे में जानकारी ली. रिगवन गांव में बनी भव्य सीएचसी के बारे में स्थानीय लोगों ने बताया कि यह करीब पांच-सात वर्ष पहले की ही बनी पड़ी है. इसका गेट बंद ही रहता है. फिर डीएम सीएचसी का गेट खुलवाकर अंदर गए और बकायदा भ्रमण कर देखा. सालों पहले बन कर तैयार सीएचसी की विरान स्थिति पर उन्होंने चिंता जताई. इसके संबंध में उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी से भी जरूरी बातचीत कर निर्देश दिए.