दुर्जनपुर के गुटबाजी में पिस रहे आम गरीब परिवार

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130 लोगों का नाम कटा पात्र गृहस्थी सूची से, 30 का नया दर्ज हुआ

नए शामिल लोगों में नौकरी करने वालों, पेंशनर, ट्रक, ट्रैक्टर वालों व सम्पन लोगों के नाम का आरोप

बैरिया(बलिया)। ब्लाक अन्तर्गत दुर्जनपुर गांव के आम लोग गांव में चल रहे गुटबाजी का दंश झेलने को मजबूर हैं. आपनी पहुंच व दबदबा दिखाने के चक्कर में आम लोगों को शिकार बनाया जा रहा है. इसका ताजा उदाहरण मंगलवार को बैरिया तहसील में देखने को मिला. राशनकार्ड को आधार से जोड़ने के क्रम में बीते 23 जून को गांव के 130 पात्र गृहस्थी परिवारों का नाम सूची से हटा दिया गया. उसी 23 जून को ही 30 नए लोगों का नाम चढ़ाया गया है. सूची में नए लोगों का नाम पढ़कर लोग कयास लगाने लगे कि यह किसका काम हो सकता है. इस गांव में कोटे की दुकान, प्रधान व ग्राम विकास कार्यों को लेकर राजनीति तो पंचायत चुनाव के बाद से ही चल रही है. लेकिन विधान सभा चुनाव के बाद भाजपा सरकार में यह घिनौने ढंग से उभर आई है. जिसका असर अब खुल कर सामने आने लगा है. दुर्जनपुर की समस्याओं से तहसील, ब्लाक हर जगह के अधिकारी कर्मचारी रोज रोज के पचड़े से उब गए है. तहसील पर पहुंची ललिता देवी पत्नी कन्हैया गोंड, शांति देवी, संतोष यादव, गजेन्द्र ओझा, अरबिन्द तिवारी आदि लगभग पांच दर्जन लोग सूची में शामिल लोगों का नाम लेकर बताने लगे की यह पेंशनर हैं, यह फौजी हैं, यह ट्रक ट्रैक्टर वाले हैं इनका नाम शामिल किया गया और जिनका नाम कटा उनकी क्या स्थिति है. ग्रामीण दावा कर रहे थे कि हमारे गांव में दो सौ के लगभग ऐसे भी लोग हैं जो अन्योदय के लिए पात्र है, लेकिन उनका नाम पात्रगृहस्थी सूची में भी नही है. इस मामले में पूर्ति निरीक्षक ने फिर से आवेदन करने को कहा. भरोसा दिया कि जिनका नाम पहले से है उसे ठीक कर लिया जाएगा.