बलिया की माटी ने देश को अनेक लाल दिए, गौरीशंकर रायजी भी उसी परंपरा की कड़ी: कुलपति

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बलिया। गौरीशंकर राय जी बहुमुखी व्यक्तित्व के धनी थे, तथा उनका स्वरुप देवत्व का स्वरुप था. इतना सरल, सहज और विनोदी प्रवृति के विद्वान नेताओं का वर्तमान समय में घोर अभाव है. आज उनके बताये रास्ते पर चलने की जरुरत है.

उक्त बातें गौरीशंकर राय कन्या स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय, करनई, बलिया के सभागार में समाजवादी चिन्तक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं पूर्व सांसद स्व. गौरीशंकर राय जी की 95 वीं जयंती के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय, बलिया के कुलपति प्रो. योगेन्द्र सिंह जी ने कही उन्होंने ने आगे कहा कि बलिया ने विपरीत परिस्थितियों में देश को अनेक लाल दिया है. राय साहब भी उसी परंपरा के व्यक्ति थे. आजीवन अपराधमुक्त और भ्रष्टाचारमुक्त राजनीति के पैरवी करते रहे तथा अपने मूल्यों से कभी भी समझौता नहीं किया. समाज हमेशा से उनकी प्राथमिकता में रहा.

गौरीशंकर राय कन्या स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय, करनई, बलिया के सभागार में समाजवादी चिन्तक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं पूर्व सांसद स्व. गौरीशंकर राय जी की 95 वीं जयंती मनाई गई

कुलपति ने कहा कि हमें ख़ुशी है कि गौरीशंकर राय कन्या स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय उनके आदर्शों पर चलते हुए साकारात्मक और रचनात्मक समाज निर्माण और शैक्षिक उन्नयन की दिशा में अनवरत प्रयासरत है.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बतौर विशिष्ट अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री नारद राय ने कहा कि राय साहब के व्यक्तित्व पर राजनैतिक महत्वाकांक्षाओ का कोई प्रभाव नहीं था. वो हमेशा बुनियादी सवालों के साथ रहते थे. आज उनके जैसे व्यक्तियों के अभाव में ऐसा लग रहा है कि अब लोकतंत्र की उम्र बहुत कम बची है. इस प्रकार के आयोजनों की इस मायने में महती भूमिका है कि इसके द्वारा नई पीढ़ी के युवा अपने पूर्वज महापुरुषों के बारे में जानकारी बढ़ाते है.
पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह ने कहा कि देश वैचारिक रूप से कंगाल हो गया है. एक तरफ 4 माह की बच्ची और दूसरी तरफ 88 साल के बुजुर्ग के साथ अमानवीय कृत्य हो रहे है. युवा बेरोजगार और दिशाविहीन है. कल कारखानों के न होने का दंश पूर्वांचल झेल रहा है. गौरीशंकर राय की दूरदृष्टि ने उस जमाने में इस मुद्दे पर न केवल ध्यान दिया बल्कि अपने अथक प्रयास से उन्होंने रसड़ा में चीनी मिल की स्थापना भी करवाई. आज उनके जैसे दूरदृष्टि और अथक परिश्रम वाले नेता की जरुरत है.
कार्यक्रम को बतौर वक्ता सुधीर राय पूर्व विधायक, श्याम बहादुर सिंह पूर्व अध्यक्ष, जिला पंचायत, डा. जनार्दन राय, द्विजेन्द्र मिश्र, डा. लालता प्रसाद पूर्व प्राचार्य, राजकुमार पाण्डेय, अनन्त पाण्डेय, जीतेन्द्र राय, अरविन्द राय प्रबंधक, परमात्मा पाण्डेय इत्यादि ने अपने संबोधन से स्व. गौरीशंकर राय जी को श्रद्धासुमन अर्पित किया.
इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा महाविद्यालय के सभी संकायों के मेधावी छात्राओं कल्पना यादव बीए, कु. स्वाति गुप्ता बीएससी, कु. नेहा पाण्डेय बी.एड, कु. दीपिका राय एम्.ए.मनोविज्ञान, कु. नीतू यादव एमए गृह विज्ञान, एवं मधु वर्मा को पदक से सम्मानित किया गया.
कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ एस पी सिंह, डॉ राघवेन्द्र प्रताप तिवारी, डॉ रामाश्रय यादव, डॉ वीरेंद्र यादव, डॉ विजय पाण्डेय, डॉ अखिलेश गुप्ता, डॉ पवनेश तिवारी, रामजनम राम, निवेदिता पाठक, प्रियंका राय, डॉ पूनम, हेमलता राय, श्वेता श्रीवास्तव, नेहा श्रीवास्तव, अर्निका सिंह, संगीता राय, अनुप्रिया वर्मा, इमरान खान एवं सुभाष राय का महत्वपूर्ण योगदान रहा.
कार्यक्रम के प्रारंभ में महाविद्यालय के प्रबंधक वीरेंद्र राय ने अतिथियों का स्वागत और अंत में गौरीशंकर राय स्मृति समिति के सचिव शिवकुमार राय ने अतिथियों को आभार प्रकट किया. अध्यक्षता वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी रामविचार पाण्डेय तथा संचालन धनन्जय राय ने किया.