मंत्री के पीए व पुलिस आफीसर बनकर फोन करने वाले पकड़े गए

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गिरोह के सरगना समेत तीन सदस्यों को चोरी की बाइक के साथ गिरफ्तार

बांसडीह(बलिया)। कोतवाली पुलिस ने फर्जी पुलिस अधिकारी व मंत्री का पीए बनकर फोन करने वाले गिरोह को गिरफ्तार करने का दावा किया है. गिरोह के सरगना समेत तीन सदस्यों को चोरी की बाइक के साथ गिरफ्तार कर चालान कर दिया.
बांसडीह पुलिस चौकी प्रभारी एसआई उमेश कुमार यादव को कस्बे के एक भूमि विवाद के मामले में बार-बार फोन कर वर्दी उतरवाने की धमकी की जा रही थी. इस बात को चौकी इंचार्ज ने अपने प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार त्रिपाठी से बताया. मामले की जांच शुरू करते हुए पुलिस ने उक्त नम्बर को सर्विलांस पर लगाने के साथ ही उच्चाधिकारियों को भी अवगत कराया. अधिकारियों ने प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार त्रिपाठी को इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच करने का निर्देश दिया. आईपीसी की धारा 419, 332, 353, 504, 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर पुलिस छानबीन में जुटी रही. रविवार की सुबह साढे नौ बजे मोबाइल का लोकेशन बांसडीहरोड की तरफ मिला. प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार त्रिपाठी अपनी पूरी टीम के साथ बघौता मोड़ पर पहुंचे व गाड़ियों की चेकिंग शुरू कर दिये. सामने से लाल रंग की हीरो होंडा बाइक पर तीन सवार को रोक पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की. कागज मांगने पर बाइक सवारों ने पुलिस को हड़काने का प्रयास किया. पुलिस तीनों को थाने ले आई. बाइक का इंजन और चेसिस नंबर खुरचा गया था. पूछताछ करने पर तथ्य सामने आया कि ये तीनों कभी मंत्री का पीए बन कर तो कभी पुलिस का उच्चाधिकारी बनकर फोन करते थे. गिरफ्तार अभियुक्त बांसडीह रोड थाना क्षेत्र अंतर्गत गोठहुली निवासी चंदन धोबी उर्फ चांदनी किन्नर पुत्र गुलाब इस गिरोह का सरगना है. पकड़े गये दो अन्य में एक चितबड़ागांव थाना क्षेत्र के महरेव निवासी वीरेन्द्र यादव पुत्र रामसिंगासन यादव तथा बांसडीह कस्बा निवासी पवन गुप्ता पुत्र रामचंद्र गुप्त है. इन लोगो के पास से मोबाइल फोन, उत्तर प्रदेश और बिहार के अधिकारियों व मंत्रियों के फोन नम्बर, जिससे पुलिस को हड़काया जाता था. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 41/411, 414, 420, 467, 468, 471, 170, 34 के तहत मुकदमा दर्ज कर तीनों को चालान कर दिया.