आग का कहर: दुधैला में झोपड़ी सहित खेत तो सुल्तानपुर में 5 बीघा गेंहू की फसल जलकर राख

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14 रिहायसी झोपड़ी समेत गेहूं का खेत जला

हल्दी(बलिया)। विकास खण्ड बेलहरी के दुधैला गांव में शनिवार को दोपहर बाद वीरेन्द्र कान्दू की रिहायसी झोपड़ी में अज्ञात कारणों से आग लग गई. जिसमें 14 रिहायशी झोपड़ियां सहित घर का सारा सामान जल कर नष्ट हो गया, और पास में स्थित गेहूं के खेत में भी आग चली गई, जिससे लगभग दो एकड़ में लगा गेहूं का फसल भी जल गया. ग्रामीणों के अथक प्रयास के बाद आग पर काबू पाया जा सका.
क्षेत्र के दुधैला गांव में वीरेन्द्र के रिहायशी झोपड़ी के पीछे से अज्ञात करणों से आग लग गई. शोर सुनकर जब-तक लोग इकट्ठा होते तबतक आग ने विकराल रुप धारण कर लिया, और देखते ही देखते आग ने मुन्ना पान्डेय, उमा देवी, शिव नरेश पासवान, सुरेन्द्र पासवान, लक्ष्मण, चन्द्रोदय, दिलीप कान्दू, सुभाष की झोपड़ियों को अपने आगोश में ले लिया. झोपड़ियों के बगल में स्थित ओमप्रकाश पान्डेय का करीब दो एकड़ गेहूं का तैयार फसल भी जलकर राख हो गया. बिजली न रहने के कारण व्यतिगत ट्यूबवेल चलाकर आग पर काबू पाया गया. सूचना देने के बाद भी फायर बिग्रेड की गाड़ी नहीं पहुंच सकी. पूर्व प्रधान शिवजी सिंह, सोनू,मनोज आदि ने आग बुझाने में सराहनीय योगदान दिया.

पांच बीघा खड़ी गेंहू की फसल जल कर खाक

वहीं दूसरी तरफ स्थानीय थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर निवासी एक व्यक्ति के खेत मे शनिवार की दोपहर विद्युत की चिंगरी निकलने से लगभग पाँच विघा गेहू की खड़ी फसल जल कर राख हो गयी. आग लगने की सूचना पाकर फायर बिग्रेड की छोटी गाड़ी मौके पर पहुंची लेकिन वहां पानी नही होने के कारण गाड़ी को बैरंग वापस लौट गई. जब तक गेंहू की खाड़ी फसल जल नही गयी तब तक आग शांत नही हुई. यह महज संयोग ही रह की अगल बगल के खेत कट गए थे सूचना पर थानाध्यक्ष हल्दी भी सदल बल पहुच गए थे.
सुल्तानपुर निवासी जय प्रकाश पाण्डेय के खेत मे लंबे अरसे से एचटी विद्युत तार गुजर रहा है. लेकिन विभाग की लापरवाही के चलते आज तार जमीन से 3-4 फिट ऊपर ही रह गया है. शानिवार के दिन विद्युत तार के एक दूसरे से शार्ट सर्किट होने से पांच बीघा गेहू की खड़ी फसल जल कर राख हो गयी. सूचना पर फायर बिग्रेड की छोटी गाड़ी पहुची लेकिन पानी उपलब्ध न होने के कारण उसे बैरंग वापस लौटना पड़ा. तब तक सारी फसल जल कर राख हो गयी. वही विभाग के प्राइवेट व सरकारी कर्मचारियों से विद्युत सप्लाई बंद करने के लिए फोन किया गया. तो सभी का मोबाइल बंद व पहुंच से बाहर मिला. बाद में विद्युत उपकेंद्र सोनवानी जाकर सप्लाई बंद कराई गई.
इस बावत पूछे जाने पर जय प्रकाश पांडेय ने बताया कि इस नुकसान का जिम्मेदार विभाग के जेई है. मेरे तथा अन्य लोगो द्वारा कई बार जेई से खेत के पास झुके पोल व तार को ठीक करने की गुहार लगा चुके है. लेकिन सिर्फ आश्वाशन छोड़ कुछ नही मिला.आज उसी के कारण आज मेरी सारी मेहनत पर विभाग द्वारा पानी फिर गया. अभी एक सप्ताह पहले ही भरसौता निवासी वीरेंद्र प्रजापति उसी स्थान विद्युत स्पर्शाघात से बाल बाल बचे थे. उस दिन भी जेई से पोल व तार ठीक करने की बात कही गयी थी. लेकिन उन्होंने इस ओर ध्यान नही दिया. इस संबंध में पूछे जाने पर जेई सुनील कुमार पाल ने बताया कि विभाग से पोल उपलब्ध न होने के कारण पोल व तार नही बदला जा सका.